नई दिल्ली : यूक्रेन के साथ चल रहे तनाव के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश की सुरक्षा परिषद के साथ बैठक की. पुतिन ने कहा, यूक्रेन नागरिकों को ढाल बना रहा है. पुतिन ने साफ चेतावनी दी कि यूक्रेन को परमाणु हथियार नहीं बनाने देंगे. इसके साथ ही कहा कि यूक्रेन पर कब्जा नहीं करेंगे. साथ ही कहा कि वह यूक्रेन के सैनिक हथियार डाल देंगे तो वह उसके साथ बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजने को तैयार हैं.
वहीं, एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेनी सेना से कहा कि ‘सत्ता अपने हाथों में लें.’ उधर, रूस ने देश में फेसबुक पर आंशिक तैर पर पाबंदी लगा दी है. दरअसल यूक्रेन के शहरों और सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले करने और तीन तरफ से सैनिकों और टैंकों को भेजने के बाद शुक्रवार को रूसी बल राजधानी कीव के बाहरी इलाकों तक पहुंच गए हैं. राजधानी कीव में धमाकों की कई आवाजें सुनी गई. रूसी सैनिकों ने दूसरे दिन भी हमले जारी रखे हैं.
इस बीच पश्चिमी नेताओं ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई है. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने एक ऐसे हमले को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की गुहार लगाई जो उनकी लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को गिरा सकता है, बड़े पैमाने पर इसमें लोग हताहत हो सकते है और वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच सकता है.
उधर, रूस ने भारत से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में लाए जाने वाले प्रस्ताव पर समर्थन मांगा है. रूस की ओर से कहा गया है कि यूक्रेन पर हुए हमारे हमले के खिलाफ सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव लाया जा रहा है, इसलिए हम इस मुद्दे पर भारत से समर्थन की उम्मीद करते हैं. भारत इस मामले पर क्या रूख अपनाएगा, अभी तक स्पष्ट नहीं है. भारत ने कहा है कि वह इस प्रस्ताव के ड्राफ्ट पर विचार कर रहा है.