यूपी चुनाव 2022: तीसरे चरण में 59 सीटों पर 61.61 फीसदी हुआ मतदान

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लखनऊ: चुनाव आयोग ने यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान की प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न किए जाने का दावा किया. हालांकि जिलों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ जगहों पर मारपीट आदि छिटपुट हिंसक घटनाएं हुईं, लेकिन आयोग ने किसी भी घटना से इनकार कर दिया. प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि 16 जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर शाम छह बजे तक 61.61 फीसद मतदान हुआ.


मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि रविवार को तीसरे चरण में 59 विधानसभा क्षेत्रों के चुनाव के लिए मतदान प्रातः 7.00 बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे समाप्त हुआ. प्रदेश के 16 जिलों जिनमें हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, कासगंज, मैनपुरी, फर्रूखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर तथा महोबा में 59 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान हुआ.

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चुनाव आयोग

उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से निष्पक्ष, सुरक्षित और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए व्यापक इंतजाम और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित किए गए थे. कोविड-19 को देखते हुए मतदान दिवस को मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, हैण्ड सैनिटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन और पानी आदि की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई थी.

62062 मतदाताओं को पोस्टल बैलट जारी किया गया
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि तीसरे चरण के मतदान में 2.16 करोड़ मतदाताओं (1.16 करोड़ पुरुष, 99.9 लाख महिला और 1060 थर्ड जेंडर) में से सायंकाल 5ः00 बजे तक 57.58 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान की प्रक्रिया को स्वतंत्र और निष्पक्ष बनाये रखे जाने के उद्देश्य के लिए प्रभावी मॉनीटरिंग के लिए 13,903 मतदेयस्थलों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई, जिसकी मॉनीटरिंग जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं भारत निर्वाचन आयोग तीनों स्तर पर किया गया. इसके अलावा 1342 मतदेयस्थलों पर वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था की गई थी. इसी तरह कुल 641 आदर्श मतदान केन्द्र, 129 समस्त महिलाकर्मी मतदेय स्थल बनाये गये थे, जिससे मतदाताओं को सुखद निर्वाचन प्रक्रिया की अनुभूति हो सके. दिव्यांगजनों यानी पीडब्ल्यूडी मतदाताओं के लिए जनपदों में व्हील चेयर और जगह-जगह पर वॉल्यून्टियर की व्यवस्था की गई थी, जो कि पीडब्ल्यू मतदाताओं की सहायता के लिए उपलब्ध थी. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 4 श्रेणियां (यथा- 80 वर्ष की आयु से अधिक के मतदाता, दिव्यांग, अनिवार्य सेवायें तथा मतदान कार्मिक) कुल 62062 मतदाताओं को पोस्टल बैलट जारी किया गया. जिसमें से 52043 मतदाताओं ने पोस्टल बैलट कास्ट किया गया. 80 वर्ष की आयु से अधिक और दिव्यांग मतदाताओं में जिनके द्वारा पोस्टल बैलट का विकल्प चुना गया था, उनके पते पर जाकर मतदान दल ने मतदान कराया.

इतने प्रत्याशी चुनाव मैदान में
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि तीसरे चरण के चुनाव में कुल 59 विधानसभा क्षेत्रों में 627 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 97 महिला प्रत्याशी हैं. इनमें से 192 प्रत्याशी अनुसूचित जाति और 1 प्रत्याशी अनुसूचित जनजाति के हैं. विधानसभा क्षेत्र 104-एटा, 227-मेहरौनी तथा 230-महोबा से अधिकतम 15 प्रत्याशी और 110-करहल से न्यूनतम 3 प्रत्याशी मैदान में हैं. चुनाव में कुल 25,794 मतदेयस्थल तथा 15,557 मतदान केन्द्र थे. कोविड-19 के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से मतदेयस्थलों पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1250 तक रखने के निर्देश दिये गये थे. सभी मतदेयस्थलों पर रैम्प, शौचालय तथा पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध कराये जाने के निर्देश जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिये गये थे.

इतने अफसरों की थी तैनाती
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान पर सतर्क नजर बनाए रखने के लिए आयोग की तरह से 52 सामान्य प्रेक्षक, 16 पुलिस प्रेक्षक तथा 19 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे. इसके अतिरिक्त 2235 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 273 जोनल मजिस्ट्रेट, 832 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 3069 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये थे. इसके अलावा भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से भी राज्यस्तर पर एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, 1 वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक तथा 2 वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे.

इतनी शिकायतें आईं
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जन सामान्य के लिए आदर्श चुनाव संहिता के उल्लंघन के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने विकसित मोबाइल एप सी-विजिल पर कुल 399 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें जांच के दौरान 97 शिकायतें सत्य पाई गईं और उन पर कार्यवाही की गई. इस चरण में कुल 133 प्रत्याशी ऐसे थे, जिनकी आपराधिक पृष्ठभूमि थी. चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई थी. प्रत्येक मतदान केन्द्र पर अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती सुनिश्चित की गई थी एवं ईवीएम के स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी अर्द्ध सैनिक बलों को दी गई है.


ईवीएम खराब हुईं तो तत्काल बदली गई
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव में सभी 25,794 मतदेयस्थलों के लिए मतदान के लिए आवश्यक ईवीएम और वीवीपैट तथा अलग-अलग जनपदों में पर्याप्त मात्रा में रिजर्व ईवीएम और वीवीपैट की व्यवस्था की गई थी. मतदान के दौरान जहां कहीं भी शिकायत प्राप्त हुई हैं, वहां तत्काल प्रभावी कार्रवाई करते हुए ईवीएम और वीवीपैट को बदलने की कार्रवाई की गई है. सभी 16 जिलों से मिली जानकारी के अनुसार मॉक पोल के दौरान कुल 0.86 प्रतिशत बीयू, 0.71 प्रतिशत सीयू और 0.99 प्रतिशत वीवीपैट बदले गये. मतदान प्रारम्भ होने के बाद सायं 5ः00 बजे तक कुल 0.36 प्रतिशत बीयू, 0.36 प्रतिशत सीयू और 1.36 प्रतिशत वीवीपैट बदले गये. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय शुक्ला ने कहा कि चुनाव पूरी तरीके से शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराया गया और किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है.

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