सागर। मध्य प्रदेश वन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता शिवशंकर पटेरिया का भोपाल के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. उन्होंने 8-9 फरवरी की दरमियानी रात को कीटनाशक पीकर आत्महत्या की कोशिश की थी. इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. शिवशंकर पटेरिया पूर्व वित्त मंत्री राघवजी सेक्स स्कैंडल मामले से सुर्खियों में आए थे.
तीन लोगों को ठहराया आत्महत्या के लिए जिम्मेदार
सागर जिले के मंडी बामोरा में रहने वाले शिवशंकर पटेरिया ने 8-9 फरवरी की दरमियानी आत्महत्या के इरादे से कीटनाशक पी लिया था. उन्हें इलाज के लिए सागर के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था, लेकिन हालत बिगड़ने पर भोपाल रेफर कर दिया गया. भोपाल में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. उन्होंने जहर पीने से पहले एक सुसाइड नोट अपने परिजनों को सोशल मीडिया पर भेजा था. जिसमें उन्होंने खुदकुशी की तीन वजहें बताई थीं. नजदीकी व्यक्ति हनुमान प्रसाद द्विवेदी द्वारा धोखा दिए जाने, हत्या के प्रयास के एक मामले में जेल जाने के बाद अपमानित महसूस करने और सत्ताधारी दल और प्रशासन के लोगों द्वारा उन्हें सजा दिलाने की कोशिश किये जाने की बात लिखी थी.
पूर्व वित्त मंत्री राघवजी सेक्स स्कैंडल में सुर्खियों में आए थे पटेरिया
भाजपा नेता शिवशंकर पटेरिया पूर्व वित्त मंत्री राघवजी भाई के करीबी थे. मध्यप्रदेश में जब उमा भारती की सरकार थी तब वह मध्यप्रदेश वन विकास निगम के अध्यक्ष भी बनाए गए थे. लेकिन 2013 में राघवजी भाई की एक सेक्स सीडी ने मध्यप्रदेश सहित देश के सियासी गलियारों में तहलका मचा दिया था. इस स्कैंडल के पीछे शिवशंकर पटेरिया को सूत्रधार माना गया था. इस घटना के बाद भाजपा की सक्रिय राजनीति में शिवशंकर पटेरिया कम ही नजर आए थे.