इंदौर. देवास नाके के एक ट्रांसपोर्टर का राजस्थानी नौकर उसके खाते से 98 लाख रुपए निकालकर फरार हो गया। ट्रांसपोर्टर का कहना है कि घपला पकड़े जाने के डर से वह प्लानिंग के तहत गायब हुआ। उसके दोस्त ने उसकी गुमशुदगी भी दर्ज करवाई थी।
इस दौरान वह राजस्थान भागा और वहां एक स्थान पर मोबाइल बेचा। पुलिस उसकी तलाश में वहां पहुंची तो उसके फुटेज भी मिल गए। शंका होने पर जब उन्होंने खाता चेक किया तो घपले का खुलासा हुआ। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। वहीं ट्रांसपोर्टर का कहना है कि इस साजिश में आरोपी का परिवार भी शामिल है।
लसूड़िया पुलिस ने देवास नाके पर स्थित शिवशक्ति ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक प्रदीपकुमार सांगवान निवासी सिंगापुर टाउनशिप की रिपोर्ट पर उनके ही राजस्थानी नौकर नरेशकुमार पिता मोहरसिंह के खिलाफ चोरी का केस दर्ज किया है।
पुलिस को ट्रांसपोर्टर ने बताया कि वह काम के सिलसिले में बाहर रहता था। इसके चलते उसने कंपनी के खाते में नौकर का नंबर लिखवा दिया था और उसे कोरे चेक पर साइन कर चेकबुक दे दी थी, ताकि व्यापार में परेशानी न आए। यह नौकर उसके यहां 2017 से था, इसके चलते उस पर विश्वास था। कंपनी का हिसाब-किताब हर साल दिसंबर में होता था लेकिन कुछ माह पहले नरेशकुमार अचानक गायब हो गया।
उसके दोनों मोबाइल भी बंद थे। इस पर उसके दोस्त ने उसकी गुमशुदगी विजयनगर थाने में दर्ज करवाई। हमें भी लगा कि उसके साथ कोई घटना तो नहीं हो गई। इसके चलते हम उसके घर पहुंचे। यहां पुलिस ने जब परिवारवालों से पूछा कि आपका बेटा गायब है और आप ने किसी को नहीं बताया।
इस पर मुझे शक हुआ और मैंने कंपनी के खातों की जांच की। इस पर पता चला कि कंपनी में आने वाले भुगतान की जानकारी उसे मोबाइल पर मिल जाती थी। इसके बाद वह कोरे चेक से पैसा निकाल लिया करता था। इस तरह 6 माह में उसने 98 लाख रुपए निकाल लिए। इस पर मैं थाने पहुंचा और पुलिस को जानकारी दी। उसके नंबर की जांच प्रारंभ की तो वह राजस्थान के सीकर में चलता मिला।
पुलिस को लेकर वहां पहुंचे तो बताया गया कि यह मोबाइल वह साढ़े तीन हजार में बेचकर गया है। इसके लिए उसने आईडी प्रूफ भी दिया है।
वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में उसके फुटेज भी मिल गए हैं। इसके बाद स्पष्ट हो गया कि वह परिवार के साथ प्लानिंग कर खुद गायब हुआ है, क्योंकि दिसंबर माह में हिसाब होना था। अब पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उसके परिजनों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।