ओटावा: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को इमरजेन्सी एक्ट लागू कर दिया है. पीएम ट्रूडो ने यह कदम कोविड-19 महामारी प्रतिबंधों के खिलाफ चल रही ट्रक ड्राइवरों की नाकेबंदी और विरोध को संभालने के लिए संघीय सरकार को अतिरिक्त अधिकार देने के लिए उठाया है. 50 वर्षों में पहली बार कनाडा में इमरजेन्सी एक्ट लागू हुआ है.
पार्लियामेंट हिल में एक संवाददाता सम्मेलन में ट्रूडो ने कहा, अब यह स्पष्ट हो गया है कि कानून को प्रभावी ढंग से लागू करने की कानून प्रवर्तन के सामने गंभीर चुनौतियां हैं. उन्होंने आगे कहा कि वे इसे खत्म करने के लिए आपातकाल लागू कर रहे हैं. इससे हमारी इकॉनमी के साथ ही जनता की सुरक्षा पर भी बन आई है. हम अवैध और जोखिम भरी गतिविधियों को आगे नहीं बढ़ने दे सकते.
बता दें कि कनाडा पुलिस रविवार तड़के एक प्रमुख अमेरिका-कनाडा सीमा पुल के पास कोविड-19 टीकाककरण से जुड़े आदेश और विभिन्न प्रतिबंधों का विरोध करने वाले बाकी प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए कहा था. यह दोनों देशों के बीच होने वाले 25 फीसदी व्यापार के लिए अहम मार्ग है. उधर, राजधानी ओटावा में कोविड-19 टीकाककरण से जुड़े आदेश और विभिन्न प्रतिबंधों का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़कर चार हजार पर पहुंच गई है.
कनाडा में कोविड-19 संबंधी पाबंदियों के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. कनाडा की राजधानी समेत कई शहरों में प्रदर्शन जारी हैं. राजधानी ओटावा के कई इलाके जाम हो गए हैं. ओटावा में ट्रक ड्राइवर्स प्रदर्शन कर रहे हैं और प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं.
अमेरिका-कनाडा सीमा पर बना पुल फिर से खुला
अमेरिका-कनाडा सीमा पर बना, सबसे व्यस्त पुल तकरीबन एक सप्ताह तक बंद रहने के बाद रविवार देर रात फिर से खोल दिया गया. कोविड-19 संबंधी पाबंदियों के खिलाफ प्रदर्शन के कारण यह पुल बंद कर दिया गया था. डेट्रॉइट इंटरनेशनल ब्रिज कंपनी ने एक बयान में कहा कि, एम्बेसडर ब्रिज अब पूरी तरह खुल गया है जिससे कनाडा और अमेरिका की अर्थव्यवस्थाओं के बीच एक बार फिर से वाणिज्यिक सामान का मुक्त प्रवाह शुरू हो गया है.
पुलिस ने शनिवार को प्रदर्शनकारियों को अपने पिकअप ट्रकों और कारों को हटाने के लिए मना लिया था जिसके बाद केवल कुछ प्रदर्शनकारी ही वहां मौजूद थे. प्रदर्शनकारियों ने पुल को अवरुद्ध करने के लिए वहां ट्रकों और कारों को खड़ा कर दिया था. इस पुल के जरिए दोनों देशों के बीच करीब 25 प्रतिशत व्यापार होता है. गौरतलब है कि कनाडा में कोरोना वैक्सीन को अनिवार्य किए जाने को लेकर शुरू हुआ प्रदर्शन बड़ा संकट बन चुका है.