घरेलू शेयर बाजार में रही गिरावट और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के शुद्ध बिकवाल बने रहने से अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में भारतीय मुद्रा मंगलवार को लगातार तीसरे दिन टूटती हुई 16 पैसे लुढ़ककर एक माह से अधिक के निचले स्तर 71.44 रुपये प्रति डॉलर पर आ गयी।
गत दिवस रुपया नौ पैसे टूटकर 71.28 रुपये प्रति डॉलर पर रहा था। इन तीन दिनों में रुपया 41 पैसे कमजोर हुआ है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में एक फीसदी से अधिक की गिरावट से समर्थन पाकर रुपया आज छह पैसे की बढ़त के साथ 71.22 रुपये प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के शुरूआती पहर में यह 71.18 रुपये प्रति डॉलर के दिवस के उच्चतम स्तर तक पहुंचा।
दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के दो सप्ताह के उच्चतम स्तर पर बने रहने और एफपीआई के पूंजी बाजार से 3.04 करोड़ डॉलर की निकासी के दबाव में भारतीय मुद्रा 71.47 रुपये प्रति डॉलर के निचले स्तर तक लुढ़की और अंतत: गत दिवस की तुलना में 16 पैसे टूटकर 71.44 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुई।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लंदन का ब्रेंट क्रूड वायदा आज 80 सेंट यानी 1.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61.94 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।