भोपाल। कर्नाटक से हिजाब पर शुरू हुआ विवाद गहराता जा रहा है. मध्यप्रदेश में भी हिजाब को लेकर बयानबाजी जारी है. वहीं स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार भी हिजाब पर दिए बयान के बाद बैकफुट पर आ गए हैं. विवाद पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि सरकार जो कर रही है सबके सामने हैं, और जिस दिन तय करेंगे सब देख लेंगे. उन्होंने कहा कि हिजाब पर बयान देने वाले तथाकथित बुद्धिजीवी नेता तब कहां गए थे, जब वंदेमातरम नहीं बोलने वाले नेता का दिग्विजय सिंह ने गली-गली घूमकर प्रचार किया था.
बिना सोचे समझे बोलने के आदि हैं आरिफ मसूद: रामेश्वर शर्मा
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने बयान दिया था कि हिजाब के बाद क्या सरदारों से सवाल करेंगे जो पगड़ी बांधकर सिख भाई स्कूल जाते हैं. अगर हिजाब पर प्रतिबंध लगाया गया तो आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी. इस पर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा की वे बिना सोचे समझे बोलने के आदि हो गए हैं. उन लोगों से मेरी अपील है कि अतीत और भविष्य देखकर बोला करें. सरकार जो कर रही है सबके सामने है और जब सरकार तय कर लेगी तब भी सबके सामने आएगा. भाजपा विधायक ने आगे कहा कि कांग्रेस हिंदू और मुसलमानों को लड़ाने के लिए कभी कपड़ा सामने लाएगी और कभी भगवा को आतंकवाद कहेगी.
होश में नहीं मंत्री: कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने निशाना साधते हुए कहा कि अब स्कूल शिक्षा मंत्री कह रहे हैं कि फिलहाल मध्यप्रदेश के स्कूलों में कोई नया ड्रेस कोड लागू नहीं होगा और न ही सरकार इस पर कोई विचार कर रही है. तो क्या पहले हिजाब पर बैन का बयान होश में नहीं दिया था. नगरीय प्रशासन मंत्री कहते हैं स्कूल की मान्यता रद्द करेंगे वहीं गृहमंत्री कह रहे हैं कि ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं हैं. सरकार के अलग-अलग सुर और बयान आ रहे हैं, इससे साफ है कि सरकार कोई फैसला नहीं कर पा रही है.