बरेली विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर हर तबके के लोगों के साथ चुनावी चौपाल ,कहीं किसानों के साथ चुनावी चौपाल की जाती है तो कभी महिलाओं के साथ चुनाव को लेकर उनके दिल की बात जान जाती है. अधिवक्ताओं के साथ एक चुनावी चौपाल की. अधिवक्ताओं ने कहा कि कोई भी सरकार आई हो पर अधिवक्ताओं की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं गया. ना ही किसी ने अधिवक्ताओं के लिए कुछ किया. जो भी सरकार आए वह अधिवक्ताओं को साथ लेकर चले. अधिवक्ताओं की कोई जाति -बिरादरी नहीं होती वह, सिर्फ काले कोट वाले होते हैं.
विधायक निर्मला सप्रे को सदन में अपने साथ नहीं बैठाएगी कांग्रेस, शीतकालीन सत्र में सदस्यता पर हो सकता है फैसला
भोपाल। मध्य प्रदेश के सागर जिले की बीना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे की सदस्यता को लेकर भले ही अभी कोई फैसला ना हुआ हो, लेकिन कांग्रेस ने यह…