नई दिल्लीः सेंट्रल इंटेलिजेंस यूनिट, मुंबई सीजीएसटी जोन से मिली सूचना पर कार्रवाई करते हुए अधिकारियों ने दो कारोबारियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए व्यापारियों में से एक मेसर्स ओमनीपोटेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड का निदेशक है, जिसने हाल ही में एक सार्वजनिक निर्गम जारी किया है और दूसरा मैसर्स बिटुमैक्स ट्रेडिंग का मालिक है. दोनों संस्थाएं बिटुमेन, डामर, ऑयल शेल और टार सैंड आदि में व्यापार के लिए जीएसटी के साथ पंजीकृत हैं और क्रमशः 20.75 करोड़ रुपये और 11.31 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का धोखाधड़ी से लाभ उठाने और पारित करने में लिप्त थीं.
ये दोनों फर्म सीजीएसटी अधिनियम 2017 के प्रावधानों के उल्लंघन में, माल या सेवाओं को प्राप्त किए बिना, गैर-मौजूदा फर्म से नकली आईटीसी का लाभ उठा रही थीं. अन्य 12 फर्म ने 38 करोड़ रुपये की नकली आईटीसी का लाभ उठाया. निदेशक और मालिक दोनों को सीजीएसटी अधिनियम 2017 की धारा 69 के तहत धारा 132 के उल्लंघन के लिए गिरफ्तार किया गया. उन्हें न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी, वाशी के समक्ष पेश किया गया. जिन्होंने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
यह ऑपरेशन सीजीएसटी मुंबई जोन द्वारा शुरू किए गए विशेष कर चोरी विरोधी अभियान का एक हिस्सा था. इस विशेष अभियान में, अधिकारियों का एक प्रशिक्षित समूह नकली आईटीसी नेटवर्क और कर चोरी के संभावित मामलों की पहचान करने के लिए डेटा एनालिटिक्स और नेटवर्क विश्लेषण टूल का उपयोग कर रहा है। इस चार महीने पुराने अभियान के दौरान 500 से अधिक कर चोरी के मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 4550 करोड़ रुपये की कर चोरी का पता चला है और 600 करोड़ रुपये का कर वसूल किया है.
तीन जनवरी को, ठाणे सीजीएसटी आयुक्तालय के अधिकारियों ने 22 करोड़ रुपये के नकली आईटीसी नेटवर्क चलाने के आरोप में एक पिता-पुत्र की जोड़ी को गिरफ्तार किया था. 5 जनवरी को मुंबई सेंट्रल कमिश्नरी के अधिकारियों ने एक लकड़ी व्यापारी, मैसर्स नूर टिम्बर के मालिक को गैर-मौजूदा संस्थाओं से 5.47 करोड़ रुपये के नकली आईटीसी का लाभ उठाने के आरोप में गिरफ्तार किया था.