नई दिल्ली : साल 2018 में दक्षिणी दिल्ली के हौज खास थाने में आशु महाराज उर्फ आसिफ खान के खिलाफ POCSO समेत गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया गया था. आशु महाराज उर्फ आसिफ खान के खिलाफ उन दिनों एक के बाद एक कई आरोप लगे थे. उनके खिलाफ अपने धर्म और असली नाम को छुपाने का भी आरोप लगा था. इसके अलावा जेजे कॉलोनी में रहने वाले आसिफ खान के पास करोड़ों की संपत्ति कैसे आई. यह सवाल भी पूछा जा रहा था. इसके अलावा आशु महाराज के आश्रम में एक सुरंग का भी दावा किया जा रहा था. 3 साल बीतने के बाद आशु महाराज के खिलाफ किया गया मुकदमा उल्टा पड़ गया है. कोर्ट के आदेश के बाद पीड़िता और उसके साथियों के खिलाफ मनी एक्सटॉर्शन का मुकदमा हौज खास थाने में दर्ज कर लिया गया है. साथ ही बीते सालों में पुलिसिया कार्रवाई भी सवालों के घेरे में आ गई है.
जेल से छूटने के बाद आशु भाई गुरुजी उर्फ आसिफ खान पहली बार मीडिया के सामने आए. कोर्ट के आदेश के बाद शिकायतकर्ताओं के खिलाफ आसिफ खान ने मनी एक्सटॉर्शन का मुकदमा हौज खास थाने में दर्ज कराया है. आसिफ खान व उनके वकीलों का आरोप है कि सन 2018 में जब आसिफ खान के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज हुआ था. उसी समय एक नंबर से फोन करके आसिफ खान से 13 करोड़ रुपए की डिमांड की गई थी. फोन करने वाला खुद को राम नरेश शर्मा बताता था. वह कहता था कि उसकी पुलिस में काफी सेटिंग है. अगर वह 13 करोड दे देते हैं, तो वह पुलिस और पीड़िता दोनों को संभाल लेंगे. लेकिन आसिफ खान ने उन्हें पैसे नहीं दिए. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें तमाम आरोपों में जेल भेज दिया था
जेल में भी एक्सटॉर्शन मनी मांगने का सिलसिला खत्म नहीं हुआ. आसिफ खान के जेल जाने के बाद उसके मुंह बोले बेटे शिव कुमार के पास उसी नंबर से लगातार एक्सटॉर्शन के लिए फोन आ रहे थे. आसिफ खान की गिरफ्तारी के कई महीने बाद तक फोन और व्हाट्सएप के जरिए करोड़ों रुपए की एक्सटॉर्शन मनी मांगी जा रही थी. पैसे न देने पर भुगतने की धमकी भी मिल रही थी.
14 मई 2019 को शिवकुमार ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर और स्पेशल पुलिस कमिश्नर क्राइम ब्रांच को लिखित में रामनरेश के खिलाफ शिकायत दी. शिकायत के साथ मनी एक्सटॉर्शन के लिए दी गई धमकी के फोन कॉल और व्हाट्सएप चैट को भी दिया गया. लेकिन दिल्ली पुलिस के तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसी बीच आसिफ खान को मेडिकल ग्राउंड पर कोर्ट ने बेल दे दी.
जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने अपने और अपने वकील के साथ छानबीन की. आसिफ खान के खिलाफ जिस कथित पीड़िता ने गैंग रेप का मुकदमा दर्ज कराया था. उसी ने अपने नाम का सरनेम बदलकर जून 2019 में मंडावली थाने में एक बड़े आदमी के खिलाफ भी गैंग रेप का मुकदमा दर्ज कराया है. उस FIR में पीड़िता ने वही मोबाइल नंबर दिया है, जिस मोबाइल नंबर से आसिफ खान एवं उनके मुंह बोले बेटे शिव कुमार के पास एक्सटॉर्शन के लिए फोन आ रहा था. शिव कुमार ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को जो शिकायत दी थी. उसमें भी उस मोबाइल नंबर का जिक्र था. यानी कुल मिलाकर कहीं ना कहीं यह पूरा मामला रेप के मामले में फंसाकर एक्सटॉर्शन करने का था.
आसिफ खान को पुलिस की तरफ से कोई मदद नहीं मिली. लिहाजा उन्होंने वकील की मदद से कोर्ट में यह सारी बातें सुबूत के साथ पेश कीं. जिसके बाद कोर्ट ने हौज खास थाने को निर्देश दिया कि वह पीड़िता और उसके साथी राम नरेश शर्मा एवं उसके साथियों के खिलाफ FIR दर्ज करे. आखिर में 23 दिसंबर 2021 को हौज खास थाने में पीड़िता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया.
शनिवार को पहली बार मीडिया के सामने आकर आशु गुरु ने मीडिया के सवालों के जवाब दिए. आसिफ खान शुरुआती दौर में जेजे कॉलोनी में रहते थे. दिनों दिन उनकी संपत्ति में इजाफा होने को लेकर यह आरोप लगा था कि उन्होंने ज्योतिष, जादू-टोना करके करोड़ों की संपत्ति बना लिया है. फिलहाल अब आशु खान के जवाब के बाद सभी आरोपी खामोश हैं.