भिंड। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को लेकर खींचतान मची हुई है। भोपाल से लेकर नई दिल्ली तक कांग्रेस नेता समीकरण बिठाने में जुटे हैं। इसी बीच चर्चाएं हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी आलाकमान से उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने को कहा है। लेकिन इन तमाम दावों को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने नकार दिया है। दिग्विजय सिंह के मुताबिक वर्तमान में कमलनाथ ही प्रदेश अध्यक्ष हैं और जब तक उनका इस्तीफा नहीं होता तब किसी दूसरे का नाम फाइनल नहीं होगा। सिंधिया की नाराजगी की खबरों को भी उन्होंने सोशल मीडिया की देन बताते हुए खारिज कर दिया।
दिग्विजय सिंह ने इन अफवाहों के लिए भाजपा की व्हॉट्सअप ब्रिगेड को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं की नाराजगी से लेकर सिंधिया के भाजपा में शामिल होने और बच्चा चोरी, रोहिंग्या मुसलमान को लेकर डर जैसे तमाम अफवाहों को इसी ब्रिगेड ने फैलाया है।
देश की मौजूदा अर्थव्यवस्था को लेकर भी दिग्विजसिंह ने मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उऩ्होंने कहा – देश चलाने के लिए रिजर्व बैंक से कर्ज लेना पड़ रहा है, इससे देश की अर्थव्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है।
प्रदेश के बड़े कांग्रेस नेता अपने-अपने समर्थकों को पीसीसी अध्यक्ष बनाने के लिए कवायद करने में जुट गए हैं। मंत्रियों उमंग सिंघार, बाला बच्चन, ओमकार सिंह मरकाम के अलावा डॉ. गोविंद सिंह का नाम भी चर्चाओं में है। इनके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया, अजय सिंह और रामनिवास रावत के नाम पीसीसी अध्यक्ष की दौड़ में चल रहे हैं। इस बारे में पूछे जाने पर दिग्विजय सिंह ने कहा फिलहाल ये सारी बातें गलत हैं। किसी नेता को किसी के संरक्षण की जरुरत नहीं है। सभी अपनी-अपनी अलग राजनीति करते हैं।
कश्मीर के मामले पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेता अटलजी की बात भूल गए हैं। अटलजी ने कश्मीर में शांति के लिए 3 बातें कहीं थी। जम्हूरियत, कश्मीरियत, इंसानियत। लेकिन भाजपा नेता इन्हें भूल गए हैं।