सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल : एंजियोग्राफी शुरू तीन मरीजों ने कराया इलाज, जल्द ही डायलिसिस व न्यूरो यूनिट भी होगी चालू

इंदौर मध्यप्रदेश

इंदौर:बहुप्रतीक्षित सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में सोमवार को एंजियोग्राफी की शुरुआत हो गई। इसमें हॉस्पिटल के नोडल ऑफिसर व कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. ए.डी. भटनागर द्वारा पहले दिन 3 मरीजों ओमप्रकाश पाटीदार, लक्ष्मीदेवी सोनी, ओम मुकेश की एंजियोग्राफी की गई। इसके बाद सांसद प्रतिनिधि कृष्णकांत रोकड़े ने कैथ लैब की टीम का स्वागत किया। जल्द ही यहां कॉर्डियोलॉजी, डायलिसिस व न्यूरो यूनिट भी शुरू कर दी जाएगी।

प्रदेश के सबसे बड़े सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल (एसएसएच) में अब जल्द ही कई बीमारियों के इलाज की भी सुविधाएं शुरू हो जाएंगी। 10 मंजिला अस्पताल में 400 से ज्यादा बेड होंगे। फिलहाल, यहां कई बीमारियों के इलाज की यूनिटें, आईसीयू, वेंटिलेटर समेत अधिकांश मशीनें आदि उपलब्ध हैं। शासन का यह 237 करोड़ लागत का प्रोजेक्ट पिछले साल ही तैयार हो गया था।

अगस्त 2020 में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इसका लोकार्पण भी कर दिया था। इस बीच, कोरोना की पहली लहर में मरीज बढ़े, तो सरकारी एमआरटीबी, एमटीएच, न्यू चेस्ट सेंटर के बाद इसे भी कोविड अस्पताल घोषित कर दिया गया था। दूसरी लहर में स्थिति यह थी कि इसकी पांच मंजिलों में उपलब्ध 300 से ज्यादा बेड लंबे समय तक फुल रहे। वैसे, कोराना काल में सबसे ज्यादा मरीज यहीं भर्ती रहे थे।

ये सुविधाएं व इलाज, रोबोटिक सर्जरी का प्रस्ताव भी आने वाले दिनों में हॉस्पिटल में न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, यूरो सर्जरी कार्डियालॉजी,, कार्डियक सर्जरी, मेडिकल गेस्ट्रोएन्ट्रोलॉजी, सर्जिकल नेफ्रोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, रिकन्स्ट्रक्टिव सर्जरी व आर्गन्स ट्रांसप्लांट की सुविधाएं रहेंगी। अस्पताल में 6 आईसीयू व 10 ऑपरेशन थिएटर हैं। वैसे, प्लास्टिक सर्जरी, रिकन्स्ट्रक्टिव सर्जरी व आर्गन्स ट्रांसप्लांट की सुविधाओं में थोड़ा समय और लग सकता है।

400 बेड में से 210 बेड जनरल वार्ड में रहेंगे, जबकि बाकी आईसीयू, प्राइवेट व सेमी प्राइवेट के रहेंगे। हॉस्पिटल में रोबोटिक सर्जरी के लिए कॉर्डियोलॉजी, आईसीयू, एनेस्थीशिया यूनिट सभी संसाधनों के साथ हैं, लेकिन इस सर्जरी का बड़ा इक्विपमेंट करीब 20 से 25 करोड़ का है, जो अभी प्रस्तावित है। हाल में मंत्री तुलसी सिलावट ने भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को इससे अवगत कराया था। 26 नवम्बर को मुख्यमंत्री का आना प्रस्तावित है। संभव है, कि इस दौरान हॉस्पिटल की अन्य सेवाएं मुख्यमंत्री के हाथों शुरू की जा सकती है।

अस्पताल में ऑउटसोर्स कंपनी के सफाईकर्मी, सिक्युरिटी गार्ड, फ्लोर इंचार्ज, सुपरवाइजर आदि पर्याप्त संख्या में हैं। अस्पताल में एमवायएच, एमटीएच सहित अन्य अस्पतालों के डॉक्टरों, नर्सों आदि स्टाफ भी अटैच हैं। 300 नर्सों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। एससीएस मो. सुलेमान ने बताया कि इनकी भी नियुक्ति जल्द होगी।

बाहर के मरीजों को भी नहीं होगी परेशानी
खास बात यह कि अस्पताल में सारी सुविधाएं शुरू होने के बाद इसका लाभ इंदौर ही नहीं बल्कि इंदौर-उज्जैन संभाग के 15 जिलों को भी मिलेगा। कोरोना काल में भी इन जिलों के भी काफी मरीज यहां भर्ती रहे। सुपरिटेंडेंट डॉ. सुमित शुक्ला ने बताया कि फर्स्ट फेज में एंजियोग्राफी, कार्डियोलॉजी व न्यूरो यूनिट के शुरू करने की पूरी तैयारी है।

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