इंदौर। इच्छाशक्ति हो तो कुछ भी नामुमकिन नहीं. इंदौर लगातार पांच बार से स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन शहर बना हुआ है. इंदौर का देश में इतना नाम हुआ कि दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने भी इंदौर नगर निगम से संपर्क किया और दिल्ली में कचरे के पहाड़ को खत्म करने के टिप्स मांगे. पिछले एक साल से नगर निगम के द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर की जा रही तैयारी का परिणाम अब सामने आया है.
स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन आने के लिए इंदौर नगर निगम ने 3R (R R R)- Recycle, Reduce, Reuse (रिसाइकिल, रिड्यूस, रीयूज) कांसेप्ट (3R concept) को अपनाया. इस बार नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों ने पूरी जी-जान लगाकर इस इस मंत्र पर काम शुरू किया. नगर निगम के द्वारा वाटर प्लस (Water Plus) और सेवन स्टार (Seven Star) के लिए शहर में तैयारी की गई. प्रोसेसिंग प्लांट लगाए गए, शहर की दीवारों की रंगाई पुताई की गई. सात हज़ार (7000 sanitation workers) से ज्यादा सफाई कर्मियों की फौज खड़ी की गई. रात में मशीनों से पूरे शहर की 500 किलोमीटर लंबी सड़कों की सफाई की जाने लगी. गंदगी फैलाने पर जुर्माना भी लगाया गया.इंदौर नगर निगम ने एक योजना बनाई और पिछले 6 महीनों में कुछ रणनीतियों को अपनाया. जिसमें विशेष रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सीईओ, कलेक्टर सुबह चार बजे गाँव जाते थे. वह समय था जब लोग खुले में शौच करने जाते थे. इसलिए उनसे बातचीत करने और परामर्श देने के लिए सबसे महत्वपूर्ण समय था.इंदौर नगर निगम देशभर में अपनी पहचान बना चुका है. तत्कालीन नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह को टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति में भी बुलाया जा चुका है. लगातार पूरे देश में इंदौर का पांचवी बार भी डंका बज रहा है.