जल संसाधन विभाग से चर्चा कर कलेक्टर मनोज पुष्प ने एशिया की मानव निर्मित झील गांधी सागर डेम के पांच बड़े और सात छोटे गेट खोलने के निर्देश दिए है। उनके आदेष के बाद सभी गेट खोल दिए गए है। कलेक्टर मनोज पुष्प ने बताया कि मंदसौर, नीमच, रतलाम, इंदौर, उज्जैन जिले में अधिक वर्षा और नदी नालों में पानी की अधिक मात्रा को ध्यान में रखते हुए गांधी सागर बांध के पांच बड़े और सात छोटे गेट खोले गए है। इस संबंध में जल संसाधन विभाग मंदसौर, नीमच, कोटा, श्योपुर, उज्जैन, इंदौर से भी विस्तार से चर्चा की गई। इसके लिए जल से प्रभावित होने वाले जिले कोटा, श्योपुर के कलेक्टर और चंबल संभाग के कमिश्नर से भी कलेक्टर ने चर्चा की है और सुरक्षा के संबंध में हिदायत बरतने की बात भी कही है। गांधीसागर के पांच बड़े गेट खोले है, जिससे 1 लाख 44 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। वही 7 छोटे गेट से 1 लाख 36 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। गांधीसागर बांध से कुल 2 लाख 80 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। वही राणा प्रताप सागर के 9 बड़े गेट खोले जाएंगे, जिससे 2 लाख 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। कोटा बैराज के 18 गेट खोले जाएंगे। जिससे 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा।
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