उज्जैन । श्री महाकालेश्वर भगवान की भाद्रपद माह की अन्तिम व शाही सवारी 26 अगस्त सोमवार सायं 4 बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर से निकाली जावेगी। सवारी के साथ घुडसवार, नगर सैनिक, विशेष सशस्त्र बल की टुकडियां तथा पुलिस बैंड के अतिरिक्त भजन मंडलियां सम्मिलित होंगी। पालकी में भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, बैलगाड़ी में गरूड़ पर श्री शिवतांडव, बैलगाडी में नंदी पर श्री उमा महेश, बैलगाडी में डोल के रथ पर होल्कर मुखौटा तथा रथ पर श्री सप्तधान का मुखारविंद भी नगर भ्रमण पर निकलेंगे। श्री महाकालेश्वर की सवारी महाकाल मंदिर से प्रारंभ होकर महाकाल रोड, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी, होते हुए रामघाट पहुंचेगी। जहॉ सवारी का पूजन के पश्चात सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, मिर्जा नईमबेग मार्ग, तेलीवाडा चौराहा, कंठाल चौराहा, सतीगेट, सराफा, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।
महाकाल की सवारी मार्ग में सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए सवारी के संपूर्ण व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए सवारी मार्ग में सी.सी.टी.व्ही. कैमरे व पी.ए. सिस्टम लगाये गये है, साथ ही साफ-सफाई, विद्युत, पेयजल आदि की व्यवस्थाएं भी की गई है।
श्रद्धालुओं से अपील
सवारी के दौरान श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे उल्टी दिशा में न चलें तथा सवारी निकलने तक अपने स्थान पर खडे रहें। सवारी मार्ग में सड़क की ओर व्यापारी गण भट्टी चालू न रखें एवं न ही तेल के कढ़ाव रखें। श्रद्धालु सवारी के मध्य सिक्के, नारियल, केले-फल आदि न फेंके। सवारी के बीच में प्रसाद व चित्र वितरण न करें। पालकी के आस-पास अनावश्यक संख्या में लोग न रहें। भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी का लाईव प्रसारण श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की वेब साइट www.mahakaleshwar.nic.in पर किया जावेगा।
भजन मंडलियों हेतु निर्देश
श्री महाकालेश्वर भगवान की शाही सवारी मे निकलने वाली भजन मंडलियों को क्रमबद्ध तरीके से लगाने हेतु दोपहर 12 बजे तक माधव सेवा न्यास पार्किंग स्थल पर एकत्रित होना है जहां क्रम निर्धारण हेतु अधिकृत गणमान्य नागरिक श्री रमेशचन्द्र शर्मा, श्री विजय चौहान एवं सदाशिव वर्मा से संपर्क करेंगे। भजन मंडली में शामिल होने वाले कोई भी सदस्य अमर्यादित व्यवहार नहीं करें और किसी भी प्रकार का कोई राजनैतिक या व्यावसायिक प्रचार नहीं करेंगे, इस संबंध में न ही बैनर उपयोग करेंगे। भजन मंडली में 25 से अधिक सदस्यों को अनुमति नहीं दी जावेगी। सवारी में सम्मिलित होने वाली भजन मंडलियों को चल समारोह के व्यवस्थापक, अधिकारियों तथा पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों के निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा। आदेशों का पालन नहीं करने व अमर्यादित व्यवहार करने पर आगामी वर्ष के लिए संस्था को प्रतिबंधित कर वैधानिक कार्यवाही की जावेगी। भजन मंडली ठेले पर किसी प्रकार के फोटो, मुखौटा, त्रिशूल आदि लेकर नहीं चलेंगे तथा किसी भी प्रकार की चढौत्री, सम्मान स्वीकार नहीं करेंगे। डी.जे. सेट्स पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगे तथा दो से अधिक छोटे चिलम का उपयोग नही किया जा सकेगा व उनकी आवाज 10 डेसीबेल से अधिक नही होना चाहिए। आस्था व व्यवस्था में समन्वय होना जरूरी है। इसलिए सभी श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर भगवान की शाही सवारी को सम्मान पूर्वक और अनुशासन से निकालने में व्यवस्थाओं में सहयोग करेंगे।
सवारी के पूर्व होगा सम्मान
श्री महाकालेश्वर भगवान की शाही सवारी के पूर्व दोपहर 12 बजे शाही सवारी में सम्मिलित होने वाले बैंड प्रभारियों, तोपची, पालकी प्रभारी कहार के मुखिया, महावत, बैलगाडी चालक आदि का श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से श्री महाकालेश्वर प्रवचन हॉल में साफा बांधकर सम्मान किया जावेगा। इस कार्य की जिम्मेदारी सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री दिलीप गरूड को सौपी गयी है।
27 अगस्त से भस्मार्ती के पट प्रात: 4 बजे खुलेंगे
श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण-भादौ माह में 26 अगस्त शाही सवारी तक प्रतिवर्षानुसार श्री महाकालेश्वर भगवान के भस्मार्ती में पट खुलने के समय में परिवर्तन किया गया था। सोमवार को शाही सवारी के उपरान्त 27 अगस्त मंगलवार से श्री महाकालेश्वर भगवान के पट पूर्ववत प्रात: 04 बजे खुलेगे।