रायपुर, बस्तर की दंतेवाड़ा और चित्रकोट विधानसभा उपचुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस ने बस्तर की दोनों सीट की जिम्मेदारी मंत्री कवासी लखमा और सांसद दीपक बैज को दी है। वहीं, भाजपा ने भी पूर्व मंत्रियों को सहप्रभारी बनाकर तैयारी शुरू कर दी है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकडे ने कहा कि चुनाव की रणनीति बदल गई है। स्थानीय लोगों को जिम्मेदारी देकर चुनाव मैदान फतह किया जाएगा। बस्तर की 12 में से 11 विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक हैं। चित्रकोट विधायक दीपक बैज के सांसद बनने के बाद यहां उपचुनाव होना है।
विधानसभा में कांग्रेस पिछले आठ महीने में आदिवासियों के लिए सरकार की ओर से उठाए कदम के दम पर मैदान में उतरेगी। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकडे ने बताया कि सरकार ने प्राधिकरण के अध्यक्ष स्थानीय विधायक को बनाकर बड़ी राहत दी है।
इसके साथ ही आदिवासी परिवार की जमीन वापसी से लेकर चना वितरण प्रमुख मुद्दा रहेगा। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में किए वादों को पूरा करने का काम किया है। आदिवासी क्षेत्र में डॉक्टरों को हॉट बाजार में भेजा जा रहा है, जो जनता के लिए फायदेमंद है।
भूपेश सरकार की उपलब्धियों को लेकर चुनाव मैदान में जाएंगे। वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विक्रम थेंडी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियों के साथ कांग्रेस सरकार की विफलता को मुद्दा बनाया जाएगा। अधूरी कर्जमाफी से लेकर यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम के नाम पर आयुष्मान को बंद करने की खेती को उजागर किया जाएगा।
हालांकि देखना यह होगा कि दीपक बैज के सांसद बनने की वजह से रिक्त चित्रकोट में कांग्रेस कार्ययाबी सभा और भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या के बाद दंतेवाड़ा की खाली हुई सीट भाजपा से छीनकर, कांग्रेस बस्तर में क्लैप वोट करती है, या फिर कांग्रेस से इस कांग्रेस उप-चुनाव में दोनो जोड़ छीन कर भाजपा अपना प्रदर्शन सुधारने की कोशिश में कामयाब होती है