मेरठ । एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को कहा कि मजलिस को भाजपा की ‘बी’ टीम कहने वाले लोग ये भूल गए हैं कि केन्द्र व प्रदेश में भाजपा को कामयाबी सपा,बसपा और कांग्रेस की गलत नीतियों से मिली है। उन्होंने कहा ‘‘आकंड़े इस बात के गवाह हैं कि उत्तरप्रदेश में दलितों के बाद सबसे ज्यादा नाइंसाफी मुसलमानों के साथ हुई।”
उन्होंने मेरठ से 30 किलोमीटर दूर किठौर में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा ‘‘इसलिए जरूरी है कि आप अपना एक लीडर चुनो, एक डंडे, एक झंडे के नीचे रहो। यादव और दलित से सबक हासिल करो। एक डंडे और एक झंडे के नीचे रहकर वह हर विभाग और दफ्तर में नौकरी पाए हैं जबकि मुसलमानों के हिस्से में दंगे फसाद, जेल, बर्बादी और तबाही है। संभलो, खुद को बदलो।”
उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र में सबसे बड़ा हथियार राजनीति है। यही विकास के सारे मार्ग प्रशस्त करती है। बिहार में भाजपा की जीत का उल्हाना मजलिस को दिया जा रहा है जबकि सच्चाई यह है कि लालू (राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव) और कांग्रेस ने मिलकर वहां भाजपा की जीत का रास्ता साफ कर दिया।
ओवैसी ने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि जागरूक रहना है विभिन्न पार्टियों के नेता आएंगे और आपसे पहले की तरह वोट मांगेंगे आपके हमदर्द बनेंगे। मगर याद रखना जब-जब मुस्लिमों पर आफ़तें आई हैं तो उनकी आवाज को मजलिस व ओवैसी ने संसद में उठाया है, न कि दूसरी पार्टियों ने।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘योगी कहते हैं कि उत्तरप्रदेश में दंगे नहीं हुए हैं जबकि गृह मंत्रालय की रिपोर्ट सीएए और एनआरसी के दंगों में पांच हजार लोगों के मारे जाने की तस्दीक कर रही है। कितना झूठ बोलोगे बाबा। मोदी जी कहते हैं कि 100 करोड़ लोगों को टीका लग गया है जबकि वास्तव में 31 प्रतिशत आबादी को ही खुराक लगी है।”
विधायक निर्मला सप्रे को सदन में अपने साथ नहीं बैठाएगी कांग्रेस, शीतकालीन सत्र में सदस्यता पर हो सकता है फैसला
भोपाल। मध्य प्रदेश के सागर जिले की बीना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे की सदस्यता को लेकर भले ही अभी कोई फैसला ना हुआ हो, लेकिन कांग्रेस ने यह…