भोपाल। कांग्रेस ने सत्ता में आने के लिए प्रदेश के किसानों से झूठ बोला और सत्ता में आने के बाद कर्जमाफी के अपने वादे को भूल गई। कर्जमाफी के नाम पर उस सरकार ने किसानों का डिफाल्टर बना दिया, जिसका खामियाजा प्रदेश के किसान अभी तक भुगत रहे हैं। लेकिन भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार किसानों को अन्नदाता मानती है और उनकी बेहतरी के लिए ठोस कदम उठा रही है। यह बात भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर ने प्रदेश के किसानों के खातों में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा किसान सम्मान निधि की राशि डाले जाने संबंधी समाचारों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान 23 अक्टूबर को प्रदेश के 77 लाख किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि के 1540 करोड़ रुपये सिंगल क्लिक से पहुंचाएंगे। भारतीय जनता पार्टी के बंशीलाल गुर्जर ने इस निर्णय के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का आभार जताया है, वहीं प्रदेश के किसानों को बधाई दी है। बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने 15 महीनों की कांग्रेस सरकार की विदाई के बाद जब दोबारा सत्ता संभाली थी, तब तक कोरोना का संकट गहरा चुका था। लेकिन इस संकट के बीच भी मुख्यमंत्री ने न सिर्फ किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के इंतजाम किए, बल्कि उन्हें फसल बीमा की वो राशि भी दिलाई, जिसका प्रीमियम ही कमलनाथ सरकार ने नहीं भरा था। यही नहीं, बल्कि किसानों को खराब हुई फसलों का मुआवजा भी दिलाया। बंशीलाल गुर्जर ने कहा कि प्रदेश के किसानों की बेहतरी प्रारंभ से ही भाजपा सरकार की प्राथमिकता रही है और दिग्विजय सरकार के समय की बदहाली के बाद भाजपा की सरकार ने अपना पूरा ध्यान किसानों को बिजली, पानी उपलब्ध कराने पर दिया है। इसी का परिणाम है कि प्रदेश के कृषि उत्पादन में लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जब किसानों के लिए 6 हजार रुपये प्रतिवर्ष किसान सम्मान निधि दिये जाने की घोषणा की, तो प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भी राज्य सरकार की ओर से किसानों को 4 हजार रुपये की सम्मान निधि देना शुरू कर दिया। बंशीलाल गुर्जर ने आशा जताई कि प्रधानमंत्री श्री मोदी और मुख्यमंत्री श्री चौहान के संयुक्त प्रयास किसानों की आय दोगुना करने की दिशा में मील के पत्थर साबित होंगे।
विधायक निर्मला सप्रे को सदन में अपने साथ नहीं बैठाएगी कांग्रेस, शीतकालीन सत्र में सदस्यता पर हो सकता है फैसला
भोपाल। मध्य प्रदेश के सागर जिले की बीना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे की सदस्यता को लेकर भले ही अभी कोई फैसला ना हुआ हो, लेकिन कांग्रेस ने यह…