UNGA में संबोधन के बाद भारतीय लोगों से मिले पीएम मोदी, लगे ”भारत माता की जय” के नारे

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संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय लोगों के बीच पहुंचे। यहां उन्होंने लोगों का अभिवादन किया। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। प्रधानमंत्री होटल से जॉन एफ कैनेडी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए रवाना होने से पहले भारतीय लोगों से मिले। होटल कैनेडी के बाहर बड़ी संख्या में भारतीय लोग पीएम मोदी का इंतजार कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने भी उन्हें निराश नहीं किया और लोगों के बीच जाकर उनका अभिवादन किया और लोगों से हाथ भी मिलाया। लोगों ने प्रधानमंत्री को अपने बीच पाकर ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। हालांकि इस दौरान पीएम मोदी की सुरक्षा में मौजूद गार्डों को मशक्कत करनी पड़ी। पीएम मोदी का अमेरिका में आज अंतिम दिन है। यूएनजीए में संबोधन के बाद वह सीधे भारत के लिए रवाना होंगे और रविवार सुबह नई दिल्ली पहुंचेंगे।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें संयुक्त अधिवेशन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान, तालिबान और चीन पर जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान पर का बिना नाम लिए कहा कि ‘प्रतिगामी सोच’ वाले जो देश आतंकवाद का ‘राजनीतिक औजार’ के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें अवश्य समझना चाहिए कि उनके लिए भी यह समान रूप से एक बड़ा खतरा है।

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के पड़ोसी देश अक्सर ही उस पर आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया करने का आरोप लगाते हैं। यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 76 वें सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि नियम आधारित विश्व व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक स्वर में बोलना होगा।

उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के अपनी सैन्य ताकत प्रदर्शित करने की ओर संभवत: इशारा करते हुए यह कहा विश्व द्वारा प्रतिगामी सोच के बढ़ते खतरे और चरमपंथ का सामना करने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो देश आतंकवाद का इस्तेमाल एक राजनीतिक औजार के रूप में कर रहे हैं, उन्हें यह समझना होगा कि आतंकवाद उनके लिए भी समान रूप से एक बड़ा खतरा है।

मोदी ने कहा, ‘‘यह सुनिश्चत करना बिल्कुल जरूरी है कि अफगानिस्तान के भू-भाग का इस्तेमाल आतंकवाद का प्रसार करने और आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं हो। हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी देश अफगानिस्तान की नाजुक स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश नहीं करे और अपने स्वार्थ के लिए उसका इस्तेमाल नहीं करे। ” मोदी ने कहा कि महासागर भी एक साझा धरोहर है। उन्होंने, ‘‘हमारे महासागर अंतरराष्ट्रीय व्यापार की जीवन रेखा हैं। हमें विस्तारवाद की होड़ से उसका अवश्य ही संरक्षण करना होगा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक नियम आधारित विश्व व्यवस्था मजबूत करने के लिए एक स्वर में बोलना होगा।”

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