टाटा और एयरबस ने 20 हजार करोड़ रुपए के डील पर हस्ताक्षर किए। इस करार के तहत एयरफोर्स के लिए 56 C-295 ट्रांसपोर्ट एयर क्राफ्ट का निर्माण किया जाएगा। ये देश के इतिहास का सबसे बड़ा निजी कंपनी को मिला मिलिट्री मैन्यूफैक्चरिंग ऑर्डर है।
इस डील में 40 एयरक्राफ्ट देश में ही एयरबस डिफेंस एंड स्पेस और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड की सहयोगी कंसोर्सियम द्वारा बनाए जाएंगे। इन एयरक्राफ्ट्स को दस साल के अंदर बनाया जाएगा। एयरबस सबसे पहले 16 एयरक्राफ्ट तैयार करेगी। C-295 एयरक्राफ्ट अब Avro-748 प्लेन की जगह लेंगे।
एयरबस डिफेंस एंड स्पेस और टाटा लिमिटेड संयुक्त रूप से इस प्रोजेक्ट पर काम करेंगे। इस प्रोजेक्ट पर काम मेक इन इंडिया के अंतर्गत होगा। वायुसेना में Avro-748 एयरक्राफ्ट्स 1960 के दशक में शामिल हुए थे। ऐसे में इन्हें बदलने की जरूरत थी। इन एयरक्राफ्ट्स को रिप्लेस करने की योजना कई सालों से बन रही थी। जिस पर अब अमल हुआ है।
रक्षा अधिग्रहण परिषद ने साल 2012 में 56 नए एयरक्राफ्ट्स को खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। देश में सेफ्टी उपकरणों को खरीद के लिए एक्सेप्टेंस ऑफ नेसिसिटी का प्रस्ताव काउंसिल के पास भेजा जाता है। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होती है।