चंडीगढ़ | पंजाब कांग्रेस का घमासान शायद जल्दी नहीं थमेगा। अब हरीश रावत के बयान से नाराज पूर्व पीपीसीसी प्रधान सुनील जाखड़ दिल्ली रवाना हो गए हैं। पता चला है कि सुनील जाखड़ दिल्ली में राहुल गांधी से गुरुवार को बैठक करेंगे। संभावना है कि प्रियंका गांधी भी बैठक में हिस्सा लें।
चरणजीत चन्नी को सीएम बनाए जाने के बाद हरीश रावत ने बयान दिया था कि अगले चुनाव में नवजोत सिद्धू पार्टी का चेहरा होंगे। इस पर पूर्व पार्टी प्रधान सुनील जाखड़ ने कड़ा विरोध जताया था। बाद में रावत ने कहा था कि चुनाव चन्नी-सिद्धू की अगुवाई में लड़ा जाएगा लेकिन तब तक इस मुद्दे पर सियासत गरमा गई थी। अब बुधवार शाम को सुनील जाखड़ नई दिल्ली के लिए रवाना हुए। उनके साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी थे, जो शिमला से नई दिल्ली जाने के लिए चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर पहुंचे थे।
पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भले ही पंजाब कांग्रेस को एकजुट करने की बात कहें, लेकिन एक धड़ा अब भी असंतुष्ट है। चरणजीत सिंह चन्नी के सीएम बनने के बाद पार्टी प्रभारी हरीश रावत के बयान से उपजा है जिसमें उन्होंने कहा था कि 2022 के चुनाव में चेहरा नवजोत सिंह सिद्धू होंगे। इस पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि रावत का यह बयान हैरान करने वाला है। उन्होंने पंजाब में अगला चुनाव नवजोत सिद्धू के नेतृत्व में लडे़ जाने पर सवाल खड़े कर दिए। जाखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में चरणजीत चन्नी के शपथ ग्रहण के दिन ही रावत का यह बयान चौंकाने वाला है। यह मुख्यमंत्री के अधिकार को कमजोर करने वाला बयान है। उनके चयन को नकारता है। इसी बीच सुनील जाखड़ के भतीजे अजयवीर जाखड़ ने पंजाब किसान आयोग के पद से इस्तीफा दे दिया है।
कांग्रेस की सफाई
विवाद बढ़ता देख आलाकमान को इस जंग में कूदना पड़ा। जिसके बाद राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बयान जारी किया कि उन्होंने हरीश रावत से बात की है, रावत ने उन्हें बताया कि मीडिया उनके बयान को ठीक ढंग से नहीं समझ पाया। इसलिए मैं इस बात को दोहराता हूं कि हमारे सीएम चरणजीत सिंह चन्नी हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू हैं। दोनों नेता सब नेताओं के साथ मिलकर पंजाब का चुनाव लड़ेगे। यही वास्तविकता और सत्य है।
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