MSP बढ़ोतरी पर कांग्रेस का तंज, कहा- ये तो ऊंट के मुंह में जीरा है

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कांग्रेस ने चालू फसल वर्ष के लिए रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि के केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसले के बाद बुधवार को आरोप लगाया कि यह वृद्धि ‘ऊंट के मुंह में जीरा’ है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ”देश के किसान से धोखा है “ऊँट के मुँह में जीरा” वाली रबी एमएसपी की बढ़ोतरी की गई है।”

उनके मुताबिक, “गन्ना- 285 से 290 रुपए यानी बढ़त सिर्फ़ 1.75 प्रतिशत। गेहूं – 1975 से 2015 रुपए यानी बढ़त सिर्फ़ 2 प्रतिशत। सूरजमुखी- 5327 से 5441 रूपए यानी बढ़त सिर्फ़ 2.14 प्रतिशत।” उन्होंने कहा, “जौ- 1600 से 1635 रुपए यानी बढ़त सिर्फ़ 2.18 प्रतिशत। चना- 5100 से 5230 रुपए यानी बढ़त सिर्फ़ 2.55 प्रतिशत। मसूर- 5100 से 5500 रुपए यानी बढ़त सिर्फ़ 7.85 प्रतिशत। सरसों- 4650 से 5050 रुपए यानी बढ़त सिर्फ़ 8.6प्रतिशत।”

सुरजेवाला ने दावा किया, “पहले मोदी सरकार ने डीज़ल की कीमत में आग लगाई, फिर खाद, कीटनाशक दवाई, खेती के उपकरणों, ट्रैक्टर के दाम बढ़ा जीएसटी लगाई।” उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार ने किया खेती की लागत मूल्य 25,000 रुपए प्रति हेक्टेयर बढ़ाने का काम, आज सिर्फ़ 2% से 8% की बढ़ोतरी कर एमएसपी का किया काम तमाम! यानी डालो न के बराबर, किसान की जेब से से निकालो सब कुछ!”

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने चालू फसल वर्ष 2021-22 के लिए गेहूं का एमएसपी 40 रुपए बढ़ाकर 2,015 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया। इसके अलावा सरसों का एमएसपी 400 रुपए बढ़ाकर 5,050 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। एमएसपी वह दर है जिस पर सरकार किसानों से अनाज खरीदती है। मौजूदा समय में सरकार खरीफ और रबी दोनों मौसमों में उगाई जाने वाली 23 फसलों के लिए एमएसपी तय करती है।

समर्थन मूल्य में नाममात्र बढ़ोतरी किसान के साथ मजाक: पायलट
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने केंद्र सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी को नाममात्र करार देते हुए बुधवार को इसे किसान की मेहनत के साथ ‘‘मजाक” बताया। पायलट ने ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार द्वारा एमएसपी में नाममात्र बढ़ोतरी, खेती और किसान की मेहनत के साथ क्रूर मजाक है।” उन्होंने लिखा, ‘‘ये मामूली वृद्धि किसान के जख्मों पर नमक रगड़ने जैसा है, क्योंकि खाद-बीज-तेल की कीमतें बेलगाम होकर किसान का जीवन मुश्किल कर रही है।” पायलट ने कहा कि भाजपा सरकार किसान की भावनाओं से छल बंद करे।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने बुधवार को चालू फसल वर्ष 2021-22 के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 40 रुपए बढ़ाकर 2,015 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया। इसके अलावा सरसों का एमएसपी 400 रुपए बढ़ाकर 5,050 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है।

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