अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद तालिबानी लड़ाकों और नॉर्दन अलायंस के बीच खूनी जंग जारी है। तालिबान का दावा है कि उसने नॉर्दन अलायंस से पंजशीर छीन लिया है लेकिन इसके बावजूद वहां खूनी संघर्ष तेज हो गया है।
तालिबान ने एक बार फिर अफगानिस्तान में अपनी क्रूरता का प्रदर्शन किया है। काबुल में पाकिस्तान विरोधी रैली के दौरान जमा हुई भीड़ को तितर-बितर करने के लिए तालिबान ने गोलियां चलाईं। काबुल के अलग-अलग हिस्सों में मंगलवार को बड़ी संख्या में पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन हो रहे थे। अश्वका न्यूज के अनुसार अफगानिस्तान में देश की राजधानी काबुल में राष्ट्रपति भवन के पास उस समय हड़कंप मच गया जब तालिबान ने पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं ।
प्रदर्शनकारी इस दौरान एआरजी और काबुल सेरेना होटल की ओर मार्च कर रहे थे। दरअसल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के चीफ एक हफ्ते से सेरेना होटल में ही ठहरे हुए हैं। दरअसल, अफगानिस्तान में पाकिस्तान के हस्तक्षेप को लेकर लोगों ने इस्लामाबाद के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। प्रदर्शन की वजह से पाकिस्तानी दबाव के चलते तालिबानियों ने प्रदर्शन में ISI चीफ की मौत की दुआएं मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर गोलियां बरसा दीं ।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पाकिस्तान की वजह से अफगानिस्तान खूनी संकट को झेल रहा है और तालिबान Pak ISI के स्पोर्ट से देश पर कब्जा करने में कामयाब हो सका है । तालिबान ने सोमवार को पुष्टि की कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद ने उसके नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर से मुलाकात की। अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा सरकार बनाने की कोशिशों के बीच हमीद ने बरादर से मुलाकात की है।
ताजा जानकारी के अनुसार पंजशीर में अज्ञात विमानों द्वारा हमला कर तालिबान के ठिकानों को निशाना बनाया गया है। हालांकि अभी ये पता नहीं चल पाया है कि हमला किसने कराया है लेकिन नॉर्दन अलायंस ने कहा है कि वो अपने आखिरी खून की बूंद तक तालिबान से युद्ध करता रहेगा। एक दिन पहले तालिबान लड़ाके पंजशीर में घुस गए थे और उन्होंने गवर्नर हाउस के बाहर तस्वीरें खिंचवाई ताकि दुनिया को बताया जा सके कि पंजशीर भी अब उनके कब्जे में है। उन्होंने यहां अपना झंडा भी फहराया।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने सोमवार को दावा किया था कि पंजशीर अब तालिबान लड़ाकों के नियंत्रण में है। हालांकि नॉर्दन अलायंस ने पंजशीर में तालिबान कब्जा को खारिज कर दिया है । यहां नॉर्दन अलायंस गोरिल्ला युद्ध कर रहा है। नॉर्दन अलायंस ने हार नहीं मानी है। नॉर्दन अलायंस का नेतृत्व अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह और तालिबान विरोधी अहमद शाह मसूद के बेटे कर अहमद मसूद कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पंजशीर में पाकिस्तान तालिबान की मदद कर रहा है। नॉर्दन अलायंस को पंजशीर से हटाने के लिए पाकिस्तान अप्रत्यक्ष रूप से तालिबानी लड़ाकों की मदद कर रहा है । इधर नॉर्दन अलायंस ने भी कहा कि उसने पाकिस्तान के एक जेट को मार गिराया है। पंजशीर को कब्जा में करने की जद्दोजहद के बीच तालिबान सरकार बनाने में भी जुटा हुआ है। अफगानिस्तान में तालिबान का राज है और वो ईरान की तर्ज पर यहां सरकार बनाने जा रहा है।
पाकिस्तानी वायु सेना की तरफ से इस इलाके में की गई बमबारी को लेकर ईरान भड़क गया है। ईरान के विदेश मंत्री सईद खातिबज़दा ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर इस हमले की निंदा की है और जांच की मांग की है। ईरान ने यह भी कहा है कि उसने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।दरअसल, रविवार को पंजशीर प्रांत में तालिबान की मदद के लिए पाकिस्तानी वायु सेना ने बमबारी की थी। खबर यह भी थी कि इलाके में ड्रोन की मदद से बमबारी हुई। आमजन न्यूज ने पूर्व समांगन सांसद जिया अरियनजद के हवाले से कहा कि पाकिस्तानी ड्रोन ने स्मार्ट बमों का इस्तेमाल कर पंजशीर पर बमबारी की है।
तालिबान ने कई दिनों के विचार-विमर्श के बाद मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को नए राष्ट्राध्यक्ष के रूप में नामित किया है। द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार, उन्होंने कहा कि नई सरकार के बुधवार को स्थापित होने की संभावना है, ‘या कुछ और दिनों के लिए देरी हो सकती है।’ एक वरिष्ठ तालिबान नेता ने द न्यूज को बताया, ‘अमीरुल मोमिनीन शेख हैबतुल्ला अखुंजादा ने खुद मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को रईस-ए-जम्हूर, या रईस-उल-वजारा या अफगानिस्तान के नए प्रमुख राज्य के रूप में प्रस्तावित किया था। मुल्ला बरादर अखुंद और मुल्ला अब्दुस सलाम उनके प्रतिनिधि के रूप में काम करेंगे।’ अफगानिस्तान के पंजशीर प्रांत की जंग अभी जारी है।
तालिबान ने सोमवार को पुष्टि की कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद ने उसके नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर से मुलाकात की। अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा सरकार बनाने की कोशिशों के बीच हमीद ने बरादर से मुलाकात की है। इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हमीद पिछले हफ्ते अचानक काबुल पहुंचे और अगस्त मध्य में काबुल की राजधानी पर तालिबान के कब्जा करने के बाद वह अफगानिस्तान पहुंचने वाले एक मात्र उच्च पदस्थ विदेशी अधिकारी हैं। इस दौरान तालिबान ने इस्लामाबाद को आश्वासन दिया कि अफगानिस्तान की भूमि का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ नहीं होगा।