केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। रविवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत आयोजित की गई। अब मंगलवार को हरियाणा के करनाल में किसान महापंचायत हो रही है। किसानों पर 28 अगस्त को हुए लाठीचार्ज के विरोध में महापंचायत बुलाई गई है। माना जा रहा है कि यहां भी लाखों किसान जुट सकते हैं। सरकार ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। करनाल में धारा 144 लगा दी गई है। साथ ही ट्रैफिक को भी डायवर्ट किया गया है। किसानों ने मिनी सचिवालय के घेराव का आह्वान भी किया है।
अधिकारियों के मुताबिक, जिला प्रशासन ने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी की है, जिसमें पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। नियोजित मार्ग परिवर्तन के साथ यातायात सलाह दी गई है। सरकार ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए करनाल जिले में सोमवार मध्यरात्रि से 7 सितंबर की रात 11 बजकर 59 मिनट तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद करने का भी निर्देश दिया है।
किसान बोले- शांतिपूर्ण रहेगा प्रदर्शन
किसान नेताओं का कहना है कि सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है, यही कारण है कि उन्हें महापंचायत और प्रदर्शन करना पड़ रहा है। हरियाणा भारतीय किसान संघ (चादुनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चादुनी ने सोमवार को कहा कि उनकी मांगें नहीं मानी गई हैं, इसलिए मंगलवार को यहां एक बड़ी पंचायत होगी, जिसके बाद किसान मिनी सचिवालय का घेराव करेंगे। मंगलवार सुबह करनाल की नई अनाज मंडी में किसान एकत्रित होंगे। शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेंगे।