इंदौर में 500 परिवारों का दर्द, नहीं मिल रहा सपनों का घर, 10 साल से चुका रहे कर्ज

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इंदौर । नोएडा में बनी सुपरटेक की 40 मंजिला इमारत को जमींदोज कर खरीदारों को 12 प्रतिशत ब्याज सहित पैसा लौटने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले की देशभर में चर्चा है। ऐसे सख्त रवैये की जरूरत इंदौर में भी है। घर का सपना पूरा नहीं कर पाने वाले 500 परिवार 10 सालों से फ्लैटों के कब्जे के लिए भटक रहे हैं। बुधवार को कई पीड़ितों ने रेरा में जल्दी सुनवाई की अर्जी भी लगाई। ढाई साल पहले जब करोड़ों की ठगी का हो-हल्ला मचा था तो पीड़ितों के लिए रेरा ने एक कमेटी बनाई थी, लेकिन बाद में प्रोजेक्ट का रेरा रजिस्ट्रेशन रद होने के बाद कमेटी भंग हो गई। बिल्डर निर्माण पूरा नहीं कर रहा है और लोग किस्तें चुका रहे हैं। निपानिया स्थित पिनेकल ड्रीम्स टाउनशिप में अधूरे टावर बड़े घोटाले की जीती-जागती कहानी हैं। 642 फ्लैटों के टावर में 321 फ्लैट बन चुके हैं। 80 लोग खुशकिस्मत थे, जिन्हें फ्लैटों का कब्जा मिल गया, लेकिन बिल्डर आशीष दास व पुष्पेंद्र वढेरा के दो प्रोजेक्टों में 500 लोग ऐसे हैं जो करोड़ों रुपये गंवा चुके हैं।

बिल्डर ने ऐसे ठगा लोगों को

  • टाउनशिप की लांचिंग में फिल्मी सितारों को बुलाया। अभिनेता गोविंदा, रितिक रोशन, शत्रुघ्न सिन्हा, सोनाक्षी सिन्हा ने दोनों प्रोजेक्टों की ब्रांडिंग की। यह भी कहा कि अभिनेताओं ने भी फ्लैट खरीदे हैं।
  • 2009 में शुरू हुए प्रोजेक्ट का काम 2015 में बिल्डरों ने बंद दिया। एक फ्लैट की दो-तीन लोगों को रजिस्ट्री कर दी। न जिन दबंग लोगों से प्रोजेक्ट के लिए बिल्डर ने कर्ज लिया, उन्हें भी थोकबंद फ्लैटों की रजिस्ट्री कर दी।
  • बैंक ने बिल्डर को 30 करोड़ रुपये का कर्ज दिया, उसे भी बिल्डर ने नहीं चुकाया।

बिल्डर ने आइएएस, आइपीएस और न्यायाधीशों को भी ठगा

बिल्डर ने आलीशान फ्लैटों को सस्ते दामों पर बेचने का लालच देकर आइएएस, आइपीएस और न्यायाधीशों को भी ठगा है।

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