इंदौर। IIM इंदौर और IIT इंदौर द्वारा आयोजित मध्य भारत के सबसे बड़े उद्यमिता शिखर सम्मेलन i5 समिट 2021 का शुभारंभ शुक्रवार को हुआ. जिसमें करीब 800 प्रतिभागियों की उपस्थिति दर्ज की गई. इस साल यह समिट ऑनलाइन मोड पर आयोजित किया गया, जिसमें पूरे भारत से भागीदारी देखी गई. प्रो. मिश्रा और प्रो. स्वतंत्र ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और i5 समिट की टीम के सफलतापूर्वक इस कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए सराहना की.
शाहीन मिस्त्री ने ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में किए कामों को बताया
टीच फॉर इंडिया की सीईओ शाहीन मिस्त्री उद्घाटन समारोह की मुख्य वक्ता थीं, उन्होंने कहा कि दुनियाभर के संगठन वर्तमान समय में एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं. कोरोना काल में वे बच्चे जो पढ़ नहीं पा रहे उनकी शिक्षा सबसे अधिक प्रभावित हुई है. टीच फॉर इंडिया के अपने साथियों के साथ हुए एक पैनल डिस्कशन में मिस्त्री ने शिक्षा क्षेत्र सम्बन्धी कई मुद्दों पर अंतर्दृष्टि साझा की और उनके समाधान के तरीके बताए.
संदीप अग्रवाल ने बताए उद्यमी के तीन खास गुण
पहले दिन के प्रथम वक्ता ड्रूम के संस्थापक और सीईओ संदीप अग्रवाल रहे. उन्होंने भारतीय स्टार्टअप विकास पर अपने विचार साझा किए और बताया कि हाल ही में इसने कई नए उद्यमियों को सक्षम बनाया है. अपनी जिन्दगी के अनुभव साझा करते हुए उन्होंने बताया कि वह भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र में शॉपक्लूज के 35वें प्रवेशकर्ता थे और इस कंपनी को एक साल के भीतर चौथी सबसे बड़ी कंपनी बनने में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा. उन्होंने ड्रूम की शुरूआती यात्रा के बारे में बहुमूल्य जानकारी दी. संदीप ने बताया की एक उद्यमी के लिए तीन आवश्यक मूल्य मानवता, आशावादिता और जुनून होते हैं.
राघव जोशी ने दिए कई सवालों के जवाब
रिबेल फूड्स के सीईओ और सह-संस्थापक राघव जोशी ने भी प्रतिभागियों के साथ चर्चा की. आईआईएम इंदौर के पूर्व छात्र रह चुके जोशी ने आईआईएम इंदौर में अपनी यात्रा के बारे में बात की और प्रतिभागियों को सुझाव दिया कि वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के अवसरों की तलाश करनी चाहिए. उन्होंने भारत में क्लाउड किचन के भविष्य के बारे में चर्चा कर बताया कि इसे हर दिन आकार दिया जा रहा है और संशोधित किया जा रहा है. तीनों वक्ताओं ने प्रतिभागियों के साथ अपने ज्ञान विशेषज्ञता और अनुभव को साझा किया और उनके द्वारा पूछे गए कुछ व्यावहारिक सवालों के जवाब भी दिए.
पहले दिन हुई दो कार्यशाला
समिट के पहले दिन दो कार्यशालाएं भी हुईं. पहली कार्यशाला 10XTD माइलिन फाउंड्री के संस्थापक गोपीचंद कटरागड्डा और गो-पुश कंसल्टिंग के संस्थापक सिद्धार्थ होसंगडी द्वारा आयोजित की गई. कार्यशाला में डिजिटल और जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाकर मौजूदा संकट के बीच भारत द्वारा अवसरों का दोहन करने के तरीकों पर अंतर्दृष्टि प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया गया.