संसद की लड़ाई सड़क तक पहुंच गई है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने बाहर से मार्शल बुलाकर विपक्षी सांसदों के साथ बदसलूकी करवाई। इसी बीच राज्यसभा से वीडियो फुटेज और फोटो सामने आई हैं। वीडियो में नजर आ रहा है कि विपक्ष के सांसद राज्यसभा के वेल में आकर प्रदर्शन कर रहे थे। कुछ मेजों पर चढ़े हुए थे। तभी बड़ी संख्या में मार्शल सांसदों को रोकने का प्रयास करने में जुटे थे। वीडियो फुटेज में सांसदों और मार्शल के बीच लगातार धक्का-मुक्की भी हुई। महिला सांसद लेडी मार्शल से भी भिड़ती नजर आ रही है जिस दौरान दोनों में धक्का-मुक्की हुई। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने मार्शलों को बुलाया।
वहीं सरकार का कहना है कि विपक्ष सदन की गरिमा भंग की। विपक्ष ने शांति से सदन चलने ही नहीं दिया। विपक्ष का आरोप है कि राज्यसभा में जब इंश्योरेंस बिल जबरन पास किया जा रहा था, तब बाहर से कुछ मार्शल आए जिन्होंने सांसदों के साथ बदसलूकी की। इस दौरान महिला सांसदों के साथ भी बदसलूकी हुई। बुधवार को सत्र खत्म हो गया, लेकिन मॉनसून सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा में जो हुआ उसे आज पूरा देश देख रहा है। सरकार की ओर से भी विपक्षी सांसदों पर एक्शन की मांग की गई है।
सरकार ने कहा कि मेजों पर चढ़र कौन-सी चर्चा होती है। विपक्ष किसान आंदोलन से लेकर अन्य कई मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार नहीं था और न ही कोई बिल सदन में पास करने दिया गया। सरकार ने विपक्ष के आरोप को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह ‘सत्य से परे’ है। वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने भी संसद भवन परिसर में मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने अपने 55 साल की संसदीय राजनीति में ऐसे स्थिति नहीं देखी कि महिला सांसदों पर सदन के अंदर हमला किया गया हो।