जबलपुर ।
रांझी और पाटन क्षेत्र में ई टिकट बनाने वाले दलालों पर रेलवे सुरक्षा बल ने दबिश देकर कार्रवाई की। जिनसे हजारों रुपये की टिकट जब्त कर पूछताछ की जा रही है। वहीं पता चला है कि आरोपित कई माह से यह ई टिकट का काम कर रहे हैं।
57 हजार 640 की टिकट मिली : पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर मंडल में वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त के निर्देशन में अनाधिकृत रूप से रेल टिकट बनाने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें रेल सुरक्षा बल द्वारा छापा मारकर कार्रवाई की गई। रेल सुरक्षा बल के एसआइ आरके चाहर, एसआइ बीपी मेहरा, प्रधान आरक्षक शिवचरण शर्मा, आरक्षक अमित सिंह को सूचना मिली कि सुभाष नगर झंडा चौक रांझी की एमपी आनलाइन दुकान में ई चालान बनाया जा रहा है। सूचना पर टीम मौके पर पहुंची और दबिश दी, दबिश के दौरान दुकान संचालक राम अभिलाष गौतम ने रेलवे अधिकृत एजेंट के अनुमति के बीना ई टिकट के माध्यम से आरक्षित टिकटों को बनाते गिरफ्तार किया। आरोपित की दुकान की जांच करने पर 121 ई-टिकट कीमत लगभग 57 हजार 640 की बनाई गई। आरपीएफ ने 107 ई टिकटों की यात्रा की जा चुकी टिकटों के प्रिंट और मौके पर 14 ई टिकट और 1 सीपीयू को जब्त किया गया।
पाटन के मोबाइल दुकान में मारा छापा : आरपीएफ के एसआइ प्रभा बझैया और उनकी टीम ने पाटन क्षेत्र में स्थित पटेल मोबाइल शॉप और अंशिका आनलाइन सेंटर पर दबिश दी। दबिश के दौरान पर्सनल यूजर आइडी से टिकट बनाकर ई-टिकटिंग का व्यापार करते पाए गए। दुकान पर अंशुल पटेल और भूपेंद्र अहिरवार को गिरफ्तार किया। जिनके पास से 21 रेलवे ई-टिकिट 13 हजार 671 एवं सीपीयू जब्त किया गया। आरपीएफ पोस्ट में आरोपी के विरुद्ध रेल अधिनियम की धारा 143 के तहत रेलवे न्यायालय के निर्देशानुसार कार्रवाई की गई। पश्चिम मध्य रेल के आरपीएफ कमांडेंट अरुण कुमार त्रिपाठी ने रेल सुरक्षा बल की टीम को प्रोत्साहित किया। इसके साथ ही पश्चिम मध्य रेल के प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त ने भी रेल सुरक्षा बल द्वारा रेलवे की संपत्ति और सुरक्षा के लिए सराहना की।