कोलकाता । पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को धूल चटा देने के पश्चात अब ममता बनर्जी की नजरें त्रिपुरा पर टिक गई हैं। ममता बनर्जी और टीएमसी अब त्रिपुरा में बीजेपी को चुनौती देने की तैयारी में हैं। पिछले दिनों टीएमसी के महासचिव अभिषेक बनर्जी के त्रिपुरा दौरे से यह बात साफ हो गई है कि अब ममता बनर्जी वहां संगठन बनाकर खुद को जल्द से जल्द भाजपा के लिए चुनौती के रूप में पेश करना चाहती हैं।
जब हाल ही में अभिषेक बनर्जी ने त्रिपुरा का दौरा किया था तो उन्हें कमला सागर में छात्रों के प्रदर्शन का सामना करना पड़ा था। हालांकि अभिषेक बनर्जी ने उन प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात की थी। उन्होंने उन्हें इस बात का भी आश्वासन दिया था कि राज्य में अब टीएमसी हर मुद्दा उठाएगी। 3 अगस्त को टीएमसी त्रिपुरा के ट्विटर अकाउंट पर किए गए दो ट्वीट इस बात का इशारा कर रहे हैं कि पार्टी ने राज्य में मुद्दों को खोजना शुरू कर दिया है। यह ट्वीट छात्रों के आंदोलन और दो बीएसएफ जवानों की नृशंस हत्या के संबंध में थे। अभिषेक बनर्जी ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह कहा है कि वह हर दो हफ्तों में त्रिपुरा का दौरा करते रहेंगे। उन्होंने कहा था, ‘बिप्लब देव मैं आपको चुनौती देता हूं। मैं दो हफ्ते बाद त्रिपुरा फिर आऊंगा। आप मुझे रोक सकते हों तो रोक लें।’ तृणमूल कांग्रेस 2023 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए त्रिपुरा में अपने नेताओं के दौरे के लिए कार्यक्रम भी बना रही है। ताकि वहां भी एक संगठन बनाया जा सके। इसके तहत 4 से 6 अगस्त तक टीएमसी के महासचिव कुणाल घोष त्रिपुरा का दौरा करेंगे। इसके बाद समीर चक्रवर्ती भी त्रिपुरा में अपना डेरा डालेंगे।
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