चंबल में बादलों का डेरा, 7 अगस्त तक बारिश से राहत नहीं, NDRF और SDRF की टीमें तैनात

ग्वालियर मध्यप्रदेश

ग्वालियर। चंबल अंचल में तीन सालों बाद इतनी अच्छी बारिश हो रही है, चंबल संभाग के अधिकांश जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई है, इससे नदी बांध और नालों के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है, कई जगह ग्रामीणों को रेस्क्यू करके निकाला जा रहा है, लगातार हो रही बारिश के कारण अधिकतम तापमान में भी 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। चंबल अंचल में कुल औसतन बारिश 790 मिलीमीटर दर्ज की जाती है, मंगलवार दोपहर तक 420 एमएम बारिश हो चुकी है, सोमवार को ही 24 घंटों के दौरान 81 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है, सबसे ज्यादा बारिश का असर शिवपुरी दतिया में देखा गया है, यहां हाईवे को बंद कर दिया गया है, वहीं जिले के डबरा स्थित सिंध नदी के पुल में भी दरारें आने की खबर है.जिला प्रशासन ने राजस्व अमले को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों के साथ संवेदनशील स्थानों पर भेजा है.7 अगस्त तक बारिश से राहत नहींमौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि बारिश से फिलहाल 7 अगस्त तक कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि ग्वालियर चंबल के ऊपर इस समय ट्रफलाइन बनी हुई है, निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से भी इसी तरह का मौसम अगले 4 दिनों तक रह सकता है.बारिश के बाद तापमान में गिरावटयहां के अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है, यह गिरावट 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड की गई, जबकि इन दिनों में सामान्य से 30 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा ही तापमान रहता है. ग्वालियर की लाइफ लाइन कहा जाने वाला तिघरा बांध अभी भी करीब 17 फुट खाली है। अपर ककैटो बांध लबालबअपर ककैटो बांध लबालब होने से तिघरा के लिए पानी छोड़ा गया है, जिससे उसके जल स्तर में अगले दो दिनों में बढ़ोतरी हो सकती है, वहीं केचमेंट एरिया में पानी गिरने से भी जलस्तर में बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है।

No relief from rain in Gwalior till August 7

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