लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले गृहमंत्री अमित शाह आज राज्य के दौरे पर हैं. अपने दौरे के पहले दिन अमित शाह ने मिर्जापुर में कॉरिडोर का शिलान्यास किया. इसके बाद अमित शाह विंध्यवासिनी मंदिर पहुंचे और पूजा-अर्चना की. इस दौरान अमित शाह के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे.
गृहमंत्री अमित शाह 3:05 बजे मां विंध्यवासिनी मंदिर परिसर में पहुंचे. मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन करने के बाद गृह मंत्री और मुख्यमंत्री 3:12 बजे मंदिर परिसर में बने पूजन स्थल पर पहुंचे. वहां वाराणसी और विंध्याचल के पुरोहितों ने भूमि पूजन कराया. मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर का शिलान्यास और मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश में विभिन्न अन्य विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद अमित शाह ने राज्य की जनता को संबोधित किया.
अमित शाह ने कहा, कोरोना के कारण कार्यक्रमों पर बैन लग गया था, लेकिन अब जब आया हूं तो ये अपना जैसा लग रहा है. उन्होंने कहा कि सैकड़ों कार्यकर्ताओं की फौज के साथ मिलकर पोस्टर लगाने से लेकर मोदी जी की बड़ी रैलियों को आयोजित करने का सौभाग्य मुझको मिला है. यही उत्तर प्रदेश है जिसको यश जाता है सार्वधिक सीटों के साथ केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने का.
चुनाव आने पर ही सक्रिए होते हैं यहां के नेता
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि चुनाव करीब आने पर सक्रिय हो जाने वाले नेताओं की सबसे ज्यादा संख्या उत्तर प्रदेश में है. राज्य में अगले साल की शुरुआत में निर्धारित विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उन्होंने विपक्ष को अपना निशाना बनाते हुए और पूर्ववर्ती सरकारों से तुलना करते हुए कहा, ”आज मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम ने दंगाग्रस्त उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का राज स्थापित किया है.”
गृह मंत्री ने रविवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पिपरसंड, सरोजनी नगर में ‘उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज’ की आधारशिला रखने के बाद आयोजित समारोह में कहा, ”अखबार पढ़ता रहता हूं, रोज बयान आते रहते हैं जिससे पता चलता है कि चुनाव आने के बाद सक्रिय होने वाले नेताओं की सबसे ज्यादा संख्या उत्तर प्रदेश में है.”
शाह ने विपक्षी दलों के नेताओं खासतौर से समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव को निशाना बनाते हुए कहा,” बाढ़ आने पर, कोरोना के संकट के वक्त, किसानों के भूख से मरने पर ये लोग दिखाई नहीं पड़ते लेकिन चुनाव नजदीक आने पर आप जरूर दिखेंगे.”
भाजपा सरकार की उलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने दावा किया, ” विकास की 44 योजनाओं में देश में उप्र सबसे आगे हैं. योगी और उनकी टीम ने देश की 44 योजनाओं में सर्वप्रथम स्थान प्राप्त किया है. उप्र ने हर क्षेत्र में विकास किया है, चाहे औद्योगिक निवेश की बात हो, चाहे कानून व्यवस्था ठीक करने की बात हो, गरीब किसान के खाते में धन देने की, शौचालय बनाने की, सिलेंडर देने या बिजली पहुंचाने या फिर भ्रष्टाचार को खत्म कर भ्रष्टाचारियों में भय पैदा करने की बात हो, योगी की टीम का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा है.”
संस्थान के संदर्भ में गृह मंत्री ने कहा, ”उप्र इंस्टीट़यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंस जब बनकर तैयार हो जाएगा तब अनेक बच्चे यहां अनुसंधान में हिस्सा लेकर न केवल उप्र बल्कि पूरे देश में कानून व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी बनेंगे.”