भोपाल : अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान (एआईजीजीपीए) ने शुक्रवार को विभिन्न विश्वविद्यालयों, एम्स, एनआईआरईएच (आईसीएमआर) और आईआईएसईआर के साथ 6 एमओयू किये। एमओयू का मुख्य लक्ष्य पब्लिक पॉलिसी, गवर्नेंस, एडमिनिस्ट्रेशन और अन्य संबंधित क्षेत्रों में आपसी सहयोग से ज्ञान-संवर्धन और बेहतर नीति बनाना है। इससे सुशासन संस्थान और एमओयू करने वाले संस्थान लाभान्वित होंगे।
सुशासन संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी की उपस्थिति में संस्थान की सीईओ श्रीमती जी.व्ही. रश्मि ने बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, एम्स भोपाल, एनआईआरईएच (आईसीएमआर) भोपाल और आईआईएसईआर भोपाल के साथ एमओयू साइन किया।
इस मौके पर संस्थान के उपाध्यक्ष चतुर्वेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशन में प्रदेश के विकास की बेहतर योजनाएँ बनाना है। इसमें सभी संस्थाओं का सहयोग उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि आज जिन संस्थाओं के साथ एमओयू हुआ है, उससे सुशासन संस्थान के साथ ही वह भी लाभान्वित होंगे। संस्थान के एडिशनल सीईओ श्री लोकेश शर्मा एमओयू के संबंध में संस्थाओं के साथ लगातार सम्पर्क में रहेंगे।
आरजीव्हीपी के कुलपति सुनील कुमार ने कहा कि यह एक नई शुरूआत है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति के.जी. राव ने कहा कि पूरी उम्मीद है कि इस एमओयू में गंभीरता के साथ काम होगा। एम्स के डायरेक्टर डॉ. शरमन सिंह ने कहा कि एमओयू हमारे संस्थान के लिये बहुत लाभकारी होगा। एनआईआरईएच के डायरेक्टर डॉ. राजनारायण तिवारी ने कहा कि यह हमारे संस्थान के लिये नये अवसर उपलब्ध करवायेगा। आईआईएसईआर के प्रो. आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि यह दोनों संस्थाओं को मजबूत करेगा।
एमओयू के माध्यम से संस्थाओं के सहयोग से पब्लिक पॉलिसी, गवर्नेंस और एडमिनिस्ट्रेशन के संबंध में लेक्चर्स, सेमिनार्स, वर्कशॉप, पैनल डिस्कशन्स, वेबिनार और ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किये जायेंगे। साथ ही टीचिंग, रिसर्च और अन्य क्षेत्रों में भी एक-दूसरे की विशेषज्ञता का लाभ मिलेगा। मानव संसाधन का बेहतर उपयोग सुनिश्चित होगा। आभार प्रदर्शन सीईओ श्रीमती जी.व्ही. रश्मि ने किया। इस दौरान संस्थान के संचालक श्री गिरीश शर्मा और सलाहकार उपस्थित थे।