इंदौर।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के दो दर्जन से ज्यादा विभागों से संचालित कोर्स में प्रवेश को लेकर प्रक्रिया शुरू हो गई है। सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा, यूजी और पीजी सहित 72 से ज्यादा कोर्स में छात्र-छात्राएं रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। पहली मर्तबा विश्वविद्यालय ने नान सीईटी की प्रक्रिया में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स को जोड़ा है। आवेदन के लिए 31 जुलाई तक का समय रखा है। अधिकारियों के मुताबिक प्रवेश प्रक्रिया, काउंसिलिंग और फीस जमा सहित अन्य शेड्यूल जारी कर दिया है। सारी जानकारी विश्वविद्यालय ने वेबसाइट पर अपलोड कर दी है।
लाइफ लाग लर्निंग, आइईटी, आइएमएस, बायोकेमेस्ट्री, बायोकेमिकल, बायोटेक्नॉलॉजी, केमिकल साइंस, कामर्स, फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथ्स सहित 27 विभागों के कोर्स में नान सीईटी में प्रवेश दिया जाएगा। 72 कोर्स की 3451 सीटों के लिए एमपी आनलाइन के जरिए विद्यार्थियों से आवेदन बुलवाए है। अधिकांश यूजी कोर्स विभागों ने रखे हैं।
एमपीएड, बीपीएड, बीएड, एमएड को छोडकर बाकी सारी कोर्स में मेरिट आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 750 रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क रखा है। जबकि एसटी-एससी के छात्र-छात्राओं को 400 रुपए में प्रवेश शुल्क जमा करना है। 31 जुलाई तक आवेदन करना है।
विश्वविद्यालय फिर विद्यार्थियों की मार्क्स के आधार पर मेरिट बनाएंगे। इसके लिए कमेटी बना रखी है। प्रत्येक विभाग अपने स्तर पर मेरिट बनाएगा। 10 से 15 अगस्त के बीच पहली काउंसिलिंग करवाई जाएगी। विश्वविद्यालय ने विभाग स्तर पर काउंसिलिंग और फीस के बारे में जानकारी दी है। कुलपति डा. रेणु जैन ने बताया कि नान सीईटी का पूरा शेड्यूल वेबसाइट पर जारी किया है। 15 अगस्त बाद नए सत्र की पढ़ाई शुरू की जाएगी।
आवेदन की संख्या देखकर बनेंगे सेंटर
सीईटी में प्रवेश के लिए जल्द ही विश्वविद्यालय आवेदन बुलवा सकता है। अधिकारियों के मुताबिक नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को सीईटी का जिम्मा मिला है। एजेंसी से सेंटर को लेकर बातचीत हो चुकी है। जिन शहरों से सीईटी में ज्यादा आवेदन आएंगे। वहां भी परीक्षा के लिए सेंटर बनाएंगे। ताकि विद्यार्थियों को संक्रमण में ज्यादा ट्रेवल नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए एनटीए ने भी सहमति दे दी है। जल्द ही सीईटी का विज्ञापन जारी किया जाएगा।