मालवा-निमाड़ के आठ जिलों से ‘गायब’ हो चुकी हैं 750 महिलाएं

अपराध प्रदेश मध्यप्रदेश

देवास में डेढ़ महीने से लापता परिवार के कंकाल मिलने के बाद अंचल से गुमशुदा हुईं युवतियों और महिलाओं को लेकर कई आशंकाएं जन्म ले रही हैं। जहां पुलिस की जांच अरसे से लंबित है तो वहीं स्वजन भी तलाश कर हार चुके हैं। ऐसे में उनके मन में किसी अनहोनी घटने की आशंका जन्म ले रही है। पुलिस लाख दावा करे कि मानव तस्करी का नेटवर्क मालवा-निमाड़ क्षेत्र में नहीं है, लेकिन मालवा-निमाड़ से युवतियों, महिलाओं के लापता होने के मामले लगातार जारी हैं।

बीते दो-तीन सालों में क्षेत्र के आठ जिलों से ही 750 से ज्यादा महिलाएं और युवतियां गायब हुई हैं। कहीं गुमशुदगी तो कहीं अपहरण का मामला दर्ज करने के बाद पुलिस की जांच कागजों पर तो जारी है लेकिन नतीजा सिफर है। उधर स्वजन को अब भी आस है कि लापता हुईं बेटियां किसी न किसी दिन वापस लौट आएंगी।

आठ जिलों में गुमशुदगी के मामलों की स्थिति

बुरहानपुर

बुरहानपुर पुलिस के अनुसार जिले में वर्ष 2020 में 76 लड़कियां गुमशुदा हुईं। इनमें पुलिस ने 45 को ढूंढा है। 18 वर्ष से अधिक उम्र की 221 युवतियां व महिलाएं गुम हुर्ईं, जिनमें 140 को ढूंढा गया है। 81 अब भी लापता हैं। वर्ष 2021 में 38 लड़कियां गुमशुदा हुईं, जिनमें 33 को ढूंढ लिया गया। पांच की तलाश जारी है। 18 वर्ष से ऊपर उम्र की 94 गुमशुदा महिलाओं में से 74 को ढूंढ लिया गया। 20 की तलाश जारी है। एसपी राहुलकुमार लोढ़ा द्वारा चलाए गए आपरेशन मुस्कान के तहत नाबालिग, युवतियों व महिलाओं को ढूंढकर लाया गया।

मंदसौर

मंदसौर जिले में बालिकाओं और महिलाओं के लापता होने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। जिले में 56 बालिकाएं एवं चार बालक लापता हैं। इनमें 10 प्रतिशत से अधिक बालिकाएं करीब 10 साल से लापता हैं।

शाजापुर

शाजापुर जिले में वर्ष 2020 में 83 बालिकाएं लापता हुई थीं। इनमें से पूर्व की तीन बालिकाओं सहित सभी को तलाश लिया गया। वर्ष 2021 में अब तक 35 बालिकाएं लापता हुई, जबकि पुलिस ने 40 बालिकाओं को तलाशा। इसमें पूर्व में गायब हुई बालिकाएं भी शामिल हैं। जिले में वर्ष 2007 से 2021 के बीच लापता 11 बालक और 26 बालिकाओं के अब तक पता नही चला है।

खरगोन

खरगोन जिले में वर्ष 2021 में पांच बालक और 124 बालिकाओं की गुमशुदगी दर्ज की गई। 89 बच्चों को पुलिस तलाश चुकी है। 38 की तलाश जारी है। वर्ष 2020 में 11 बालक व 223 बालिकाओं की गुमशुदगी सामने आई। इनमें 220 नाबालिग बालक-बालिकाओं को पुलिस ने तलाशा है। 14 अभी तक लापता हैं।

झाबुआ

झाबुआ जिले में एक साल में 70 लड़कियां व 264 महिलाओं की गुमशुदगी दर्ज हुईं। पुलिस का दावा है कि सभी मिल चुकी हैं, वहीं महिलाओं में 15 फीसद अब तक लापता हैं। मानव तस्करी का कोई मामला सामने नहीं आया।

रतलाम

रतलाम जिले में 2021 में अब तक 351 लड़कियां गुम हुईं। इनमें 286 को पुलिस तलाश चुकी है। 65 की तलाश जारी है। वर्ष 2020 में यहां 661 नाबालिग गुम हुई थीं। 497 को पुलिस तलाश कर चुकी है। 164 की तलाश जारी है। हालांकि यहां मानव तस्करी का एक भी मामला सामने नहीं आया है।

खंडवा जिले में इस वर्ष बालिकाओं के लापता होने के 89 मामले सामने आए हैं। इसमें से 62 बालिकाओ को पुलिस ने तलाश लिया।

इंदौर : रोज हो रहे अपहरण के केस दर्ज

शहर में आए दिन लड़कियों के लापता होने के केस दर्ज होते हैं। बुधवार को 24 घंटे में युवतियों के लापता होने के दो मामले दर्ज हुए हैं, आंकड़ों के हिसाब से देखें तो 2018 में युवतियों के अपहरण और लापता होने के 593 मामले दर्ज हुए थे। इनमें से 497 बाद में मिल गई लेकिन करीब 97 लड़कियां लापता थी। 2019 में 450 और 2020 में 350 मामले अपहरण के दर्ज हुए थे। हालांकि कई को पुलिस ने ढूंढ लिया है, वहीं 2021 में अब तक 150 से ज्यादा मामले लड़कियों के अपहरण होने के दर्ज हो चुके हैं। इनमें से पुलिस ने 70 से ज्यादा लड़कियों को ढूंढ लिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *