कोलकाता :दो गुटों के बीच झड़प में दो की मौत के बाद पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के भाटपारा में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। बीजेपी लगातार इस हिंसा में ममता सरकार पर निशाना साध रही है। शनिवार को बीजेपी के तीन सांसदों का दल भाटपारा पहुंचकर हिंसा के खिलाफ विरोध जताएगा। इससे पहले स्थानीय और बीजेपी नेताओं ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए शुक्रवार को झड़प के दौरान मारे गए लोगों के शवों के साथ रैली निकाली। पुलिस अधिकारी ने बताया कि झड़प के मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री एसएस अहलूवालिया के नेतृत्व में बीजेपी का तीन सदस्यीय केंद्रीय प्रतिनिधि मंडल हिंसाग्रस्त भाटपारा का दौरा करेगा। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बताया, ‘हमारे पार्टी नेतृत्व ने बंगाल से हमारे सांसद एसएस अहलूवालिया के नेतृत्व में तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बनाया है जो शनिवार को भाटपारा का दौरा करेगा। उनके साथ सांसद सत्यपाल सिंह और बी डी राम भी होंगे। राज्य के अन्य नेता साथ में रहेंगे।’ अहलूवालिया राज्य से सांसद हैं जबकि सत्यपाल सिंह और राम उत्तर प्रदेश और झारखंड से सांसद हैं। प्रतिनिधि मंडल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को एक रिपोर्ट सौंपेगा।
राज्यपाल की अपील
इलाके में निषेधाज्ञा लागू है और भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी से जुड़े बताए जा रहे दो समूहों के बीच गुरुवार को झड़प में दो लोगों की मौत हो गई और 11 लोग घायल हो गए थे। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने चिंता जताते हुए कहा, ‘न केवल भाटपारा बल्कि पूरे राज्य में शांति बनाए रखने की आवश्यकता है।’ भाटपारा और जगद्दल क्षेत्रों में शुक्रवार को दुकानें और बाजार बंद रहे। इंटरनेट सेवाओं पर भी अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई है। इलाके के अंदर और उसके आसपास धारा 144 लागू है।
बीजेपी सांसदों के दौरे के विरोध में टीएमसी
अहलूवालिया ने कहा, ‘हम शनिवार भाटपारा का दौरा करेंगे। जिस तरह की हिंसा हुई है वह अभूतपूर्व है। हम ऐसी हिंसा की निंदा करते हैं।’ बीजेपी प्रतिनिधिमंडल की उक्त क्षेत्र की निर्धारित दौरे पर तृणमूल कांग्रेस जिला अध्यक्ष और राज्य के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक ने कहा कि इस दौरे का उद्देश्य आग में घी डालने जैसा है। उन्होंने कहा, ‘वे यहां यह सुनिश्चित करने के लिए आ रहे हैं कि क्षेत्र में हिंसा जारी रहे। हालांकि क्षेत्र के लोग इस तरह के किसी भी प्रयास का विरोध करेंगे। हम पुलिस प्रशासन से भी अपील करेंगे कि वे और अधिक सावधान रहें क्योंकि बीजेपी का मुख्य उद्देश्य हिंसा पैदा करना है।’
लगातार जारी है राजनीतिक हिंसा
बीजेपी ने शुक्रवार को हत्याओं के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। लंबे समय से एक तृणमूल कांग्रेस का गढ़ रहे भाटपारा में प्रतिद्वंद्वी पार्टियों के बीच चुनाव बाद की लगातार हिंसा हो रही है। तृणमूल कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह के बीजेपी में जाने और बैरकपुर से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद से यह संघर्ष और तेज हो गया है। भाटपारा बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। लोकसभा चुनाव के साथ ही भाटपारा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में, अर्जुन सिंह के बेटे पवन सिंह ने तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार एवं राज्य के पूर्व मंत्री मदन मित्रा को हराया।
ममता ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
बीजेपी ने राज्य प्रशासन पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की तरह काम करने का आरोप लगाया। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने भाटपारा आगजनी घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की। राज्य सरकार के सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को घटना में शामिल लोगों के खिलाफ उनकी राजनीतिक पहचान का ख्याल किए बिना सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है।