इमरान खान ने कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन को कहा शहीद

अंतरराष्ट्रीय

इस्लामाबाद । पाकिस्तान की आतंकियों से दोस्ती जगजाहिर है। यहां तक कि शीर्ष सत्ता प्रतिष्ठानों से भी शह हासिल है। इसी कड़ी में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अल कायदा के कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन को शहीद कहा। इसकी सफार्इ देते हुए पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा है कि असोमा को शहीद कहते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान की जीभ फिसल गई थी।

इमरान खान ने संसद में दिया था बयान

जियो न्यूज से बात करते हुए फवाद चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन को आतंकवादी और अल-कायदा को आतंकवादी संगठन मानता है। पिछले साल जून के महीने में नेशनल असेंबली को एक संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने याद किया था कि कैसे अमेरिकियों ने एबटाबाद में एक ऑपरेशन चलाया था और ओसामा बिन लादेन को मार डाला और उसे शहीद कर दिया। एक वायरल वीडियो क्लिप में दिखाया गया है कि इमरान खान ने अमेरिका पर हमला बोला था कि कैसे एबटाबाद में लादेन को मारा गया था और इस दौरान इमरान खान ने कहा कि ओसामा को शहीद कर दिया।

शाह महमूद कुरैशी ने दिया गोल-गोल जवाब

विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हाल ही में टोलो न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में दावा किया कि खान की टिप्पणी को “संदर्भ से बाहर” लिया गया था। उन्होंने कहा कि उन्हें [पीएम इमरान खान] संदर्भ से बाहर किया गया था। और आप जानते हैं कि मीडिया के एक विशेष वर्ग ने इस पर खेल किया था। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह इस बात से असहमत हैं कि ओसोमा बिन लादेन शहीद था तो कुरैशी ने एक संक्षिप्त विराम के बाद कहा कि मैं इस बयान को संसद में पारित होने दूंगा।

लादेन को ‘शहीद’ कहने वाली अपनी टिप्पणी के कारण इमरान खान को वैश्विक फटकार का सामना करना पड़ा था। ओसामा बिन लादेन कुख्यात आतंकी समूह अल कायदा का प्रमुख था। 2001 में संयुक्त राज्य अमेरिका पर 9/11 के आतंकी हमलों के पीछे दिमाग था।

अमेरिका समेत दुनिया भर में आतंकी हमलों में शामिल था ओसामा

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के समय ओसामा बिन लादेन को 2011 में अमेरिकी नौसेना के जवानों द्वारा एबटाबाद शहर में एक सैन्य अभियान में मारा गया था। उस पर दुनिया भर में कई आतंकवादी हमलों में हाथ होने का आरोप लगाया गया था। विशेष रूप से 2001 की 9/11 की घटना सहित अमेरिकी प्रतिष्ठानों को टारगेट करना था। इस दौरान अमेरिकी शहरों को निशाना बनाने के लिए पांच विमानों का अपहरण किया गया, इसमें करीब 3,000 लोगों की जान चली गई थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *