प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 24 जून को सर्वदलीय बैठक होने जा रही है। इस मीटिंग में गुपकार नेता भी शामिल होंगे। गुपकार गठबंधन के अध्यक्ष फारूक अब्दुला ने आज (मंगलवार) इसकी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि नेताओं ने विचार-विमर्श के बाद बैठक में शामिल होने का फैसला लिया है। पीएम मोदी की बैठक में शामिल होने को लेकर पिछले तीन दिन से गुपकार की मीटिंग चल रही थी। इस बैठक में नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ सभी क्षेत्रीय दलों के बीच सोमवार को काफी देर चर्चाएं हुई। इसके बाद आज बैठक में इस पर अंतिम निर्णल लिया गया।
फारुक अब्दुल्ला के निवास पर हुई बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर चर्चा के लिए गुपकार नेताओं की फारुक अब्दुल्ला के निवास पर मंगलवार को बैठक हुई। इसमें पीएम की मीटिंग में शामिल होने का फैसला लिया गया। नेशनल कांफ्रेंस ने सोमवार को कहा था कि वह बैठक में शामिल हो सकता है। पार्टी ने कहा था कि केंद्र को समझ आ गया है कि मुख्यधारा के क्षेत्रीय दलों के बिना केंद्र शासित प्रदेश में चीजें कार्य नहीं करेंगी।
दो वर्षों में कोई बदलाव हुआ नहीं
नेशनल कांफ्रेंश के प्रांतीय अध्यक्ष नासिर असलम वानी ने कहा कि पिछले दो वर्षों में जमीन पर कोई बदलाव नहीं हुआ है। यह अच्छा है कि केंद्र को महसूस हो गया है कि स्थानीय पार्टियों के बगैर काम नहीं होगा। वानी ने कहा कि केंद्र के सभी वादे खोखले साबित हुए हैं। इससे कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, मुख्यधारा के दलों को बदनाम करने से हटकर बातचीत के लिए बुलाना अच्छा संकेत है।
क्या है गुपकार गठबंधन?
बता दें गुपकार जम्मू-कश्मीर के दलों का एक गठबंधन है। जिसका पीपुल्स फॉर गुपकर डिक्लेयरेशन का नाम रखा गया है। इसी गुपकार घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करने वाली पार्टियों के एक ग्रुप को गुपकार गठबंधन कहा जाता है। इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा दिलाना है। इस गुपकार गठबंधन में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के अलावा जम्मू-कश्मीर की छह पार्टियां शामिल है।