इंदौर।
मध्य प्रदेश के साथ इंदौर ने भी कोरोना टीकाकरण में इतिहास रच दिया है। मध्यप्रदेश ने 1 दिन में सर्वाधिक टीकाकरण में देश में रिकार्ड बना लिया है। इंदौर ने भी ऐसा किया है। अधिकारिक जानकारी अभी आनी बाकी है। कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण महाअभियान में मध्य प्रदेश ने रिकॉर्ड बनाया है। एक दिन में करीब 16 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाया गया। प्रदेश सरकार की ओर से दस लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इस महाअभियान को जन आंदोलन बनाने लक्ष्य से अधिक सफलता मिली। इंदौर संभाग के सभी ज़िलों में कुल मिलाकर सायंकाल 7बजे तक 3,56,567 व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया है।
लोगों ने भी जबरदस्त उत्साह दिखाया और हर केंद्र पर लोग टीका लगवाने पहुंचे। कई टीकाकरण केंद्रों की आकर्षक सजावट की गई थी। लक्ष्य से अधिक सफलता पर मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के नागरिकों, समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्य विभाग के कार्यकर्ताओं और जिला प्रशासन को बधाई दी है।
प्रदेश सरकार ने सात हजार केंद्रों पर टीकाकरण की व्यवस्था की थी। सुबह से ही लोग टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचने लगे थे। मुख्यमंत्री ने इस महाअभियान के लिए समाज के हर वर्ग और विशेषकर धर्मगुरुओं को इसमें सहयोग मांगा था। समाज की ओर से भी कोरोना की गंभीरता को समझते हुए भरपूर सहयोग दिया गया।
दिनभर प्रेरक की भूमिका निभाने वाले जनप्रतिनिधियों और समाज के विशिष्टजनों की वीडियो संदेश इंटरनेट मीडिया पर वायरल होते रहे। मुख्यमंत्री ने भी कमान संभाली और वे दतिया, भोपाल, सीहोर के टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचे और लोगों को कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण का महत्व समझाया। उन्होंने दतिया जिला मुख्यालय पर टीकाकरण महाअभियान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने यहां बाल प्रेरकों को सम्मानित भी किया।
इससे पहले उन्होंने मां पीतांबरा मंदिर में दर्शन कर प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और बेहतर स्वास्थ्य की प्रार्थना की। उधर, टीकाकरण के आंकड़े चुनाव परिणाम की तरह अपडेट होते रहे। करीब साढ़े 15 लाख का यह आंकड़ा रात आठ बजे तक का है। अनुमान है कि देर रात तक यह आंकड़ा और अधिक होगा। इसी के साथ प्रदेश में कोरोना का टीका लगवाने वालों की संख्या 1,65,59,216 हो गई है। जो कुल वयस्क आबादी का करीब 35 फीसद है।
टीकाकरण में सभी प्रमुख शहरों ने खासा योगदान दिया। इंदौर में देर रात तक टीकाकरण का आंकड़ा दो लाख 12 हजार, भोपाल एक लाख 26 हजार, जबलपुर 60 हजार और ग्वालियर 55 हजार की संख्या पर पहुंच गया था।