लखनऊ| राममंदिर की जमीन खरीद में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, इस घोटाले का खुलासा आम आदमी पार्टी से सांसद एवं यूपी प्रभारी संजय सिंह ने एक पत्रकार वार्ता में दी. उन्होंने इस घोटाले के साक्ष्य भी प्रस्तुत किए। साक्ष्य के तौर पर उन्होंने जमीन के बैनामे की कॉपी मीडिया के सामने रखी।
आप सांसद संजय सिंह प्रेस वार्ता में बैनामे की कॉपी दिखाते हुए कहा कि, पांच करोड़ मालियात की जमीन पहले दो व्यक्तियों ने मिलकर 2 करोड़ में खरीदी और फिर उसी जमीन को राम मंदिर न्यास ट्रस्ट ने 18.5 करोड़ रुपए में खरीद ली। यही नहीं इस जमीन का सौदा महज 5 मिनट के अंदर हो गया यानी 5 मिनट के अंदर जमीन की कीमत 2 करोड़ रुपये से बढ़कर सीधे 18.5 करोड़ रुपए हो गई। आप सांसद ने कहा कि जिस जमीन का बैनामा पहले हुआ उसका स्टाम्प बाद में खरीदा गया और जिस जमीन की खरीददारी बाद में हुई उसका स्टाम्प पहले खरीद लिया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि, प्रथम खरीद और न्यास की रजिस्ट्री में दोनों में गवाह ट्रस्टी अनिल मिश्रा और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश यानी दोनों में गवाह वही लोग हैं। आप सांसद संजय सिंह ने पूरे सबूत के साथ खुलासा किया है। आप पार्टी ने सीबीआई और ईडी से जांच की मांग की है। संजय सिंह ने रजिस्ट्री के दस्तावेज सार्वजनिक किए हैं।
इसी तरह के आरोप के आरोप सपा के पूर्व विधायक पवन पाण्डेय ने भी सबूतों के साथ मीडिया के सामने लगाए हैं और प्रधानमंत्री मोदी से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि देश में करोड़ों रामभक्तों के साथ छलावा किया गया है, उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.