मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया में भारत से आने वाले लोगों को एक डिटेंशन कैंप में कैद करने की तैयारी की जा रही है। ऑस्ट्रेलिया की मॉरिशन सरकार को डर है कि भारत से कोरोना का अति संक्रामक स्ट्रेन उनके देश आ सकता है। इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने भारत से आने वाले सभी लोगों पर पाबंदी लगाई हुई थी। अब भारत से आने वाले लोगों को अनिवार्य रूप से क्वारंटीन किया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया भारत से लौटने वाले यात्रियों को क्रिसमस द्वीप पर एक हिरासत केंद्र में रखने पर विचार कर रहा है। राज्य सरकार कई अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रही है, जिसमें कॉमनवेल्थ डिटेंशन फैसिलिटी, रॉटनेस्ट द्वीप डिटेंसन फैसिलिटी भी शामिल हैं।
क्रिसमस आइलैंड इमिग्रेशन रिसेप्शन एंड प्रोसेसिंग सेंटर का निर्माण ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने किया था। इस डिटेंशन सेंटर का उपयोग अवैध प्रवासियों और शरण चाहने वालों को रखने के लिए किया जाता रहा है। इस सेंटर पर ऑस्ट्रेलियन गार्ड लोगों को अमानवीय परिस्थितियों में रहने के लिए मजबूर करते थे। पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के प्रीमियर मार्क मैकगोवन ने पिछले हफ्ते राज्य की संसद को बताया कि उन्होंने भारत में फंसे आस्ट्रेलियाई लोगों के घर वापसी का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि मेलबर्न में लॉकडाउन के लिए स्कॉट मॉरिसन सरकार ही जिम्मेदार है। अगर अधिक संख्या में लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई होती तो तो हम आज की तुलना में बहुत अलग परिस्थितियों का सामना कर रहे होते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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