केंद्रीय मंत्री बोले- ‘मुझे बहुत खुशी है कि कोविड से देश में अनेक लोगों को ऑक्सीजन की कमी के कारण जान गंवानी पड़ी

Uncategorized इलाहाबाद उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक ऑक्सीजन प्लांट के वर्चुअल उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की जुबान फिसल गई। गडकरी अपने भाषण में बोले- ‘सबसे पहले मुझे बहुत खुशी है कि कोविड से इस समय हमारे देश में अनेक लोगों को ऑक्सीजन की कमी के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी…’।

गडकरी को जैसे ही अपनी गलती का एहसास हुआ उन्होंने संभलते हुए कहा कि हवा से ऑक्सीजन बनाने की तकनीक है। कोविड में अनुभव हुआ कि किसी को 3 से 4 लीटर तो किसी को 3 मिनट में 20 लीटर ऑक्सीजन की जरूरत होती है। ऐसे में सभी जिलों को ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर होना होगा।

हमने अभी जियाेलाइट 350 टन रूस से इंपोर्ट किया है। आगे हम इस मामले में आत्मनिर्भर हों, इसका प्रयास करना होगा। हमारे रोड कंस्ट्रक्शन कांट्रैक्टर ने नैनी में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की सोची, यह समाज के लिए हितकारी है। कार्यक्रम में यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, सिद्धार्थनाथ सिंह और महेंद्र नाथ सिंह भी उपस्थित रहे।

गडकरी के भाषण की तीन अहम बातें…

50 बेड के अस्पताल में मेंडेटरी होगा ऑक्सीजन प्लांट

गडकरी ने कहा- मैंने केशव प्रसाद (डिप्टी सीएम) , सिद्धार्थनाथ सिंह (योगी सरकार में मंत्री) व महेंद्र सिंह से कहा कि प्रदेश में जितने भी 50 बेड वाले अस्पताल हैं, उनमें ऑक्सीजन प्लांट अनिवार्य कर दिया जाना चाहिए। सरकार इस पर जल्द नियम लाए।
अब आक्सीजन कंसंट्रेटर देश में बनने लगे हैं। चार लोगों को एक ही सिलेंडर से ऑक्सीजन मिल जाती है। हमने महाराष्ट्र में बहुत सस्ते में इसे खरीदा है। इसके लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का बैंक भी खोला है। इससे किसी की जान नहीं जाएगी। बाइपैक भी 2500 खरीदा है।
अहम बात है कि रेमडेसिविर की कमी थी, अब हम आत्मनिर्भर हैं। यूपी को चाहिए तो हमसे ले सकते हैं। 1250 रुपए में ब्लैक फंगस का इंजेक्शन भी तैयार करवाया है। यूपी को हम दे सकते हैं।
सरस्वती हाईटेक सिटी में प्लांट का उद्घाटन करते मंत्री केशव प्रसाद मौर्य और सिद्धार्थ नाथ सिंह।
सरस्वती हाईटेक सिटी में प्लांट का उद्घाटन करते मंत्री केशव प्रसाद मौर्य और सिद्धार्थ नाथ सिंह।
तीसरी और चौथी वेव की तैयारी अभी से करें
गडकरी ने कहा कि हमें तीसरी और चौथी वेव की तैयारी अभी से करनी होगी। उन्होंने ‘थिंक फाॅर द बेस्ट, प्रिपेयर फार द वर्स्ट’ का मूलमंत्र दिया। गडकरी ने महाराष्ट्र का उदाहरण दिया कि किस तरह उन्होंने बड़े कॉम्प्लेक्स व खाली जगह में वैक्सीनेशन शुरू कराया। वरिष्ठ नागरिकों को गाड़ी में ही वैक्सीन लगवाने और उन्हें पानी की बोतल और फूल देने की परंपरा शुरू की। इससे लोगों में उत्साह है।

राजनीति, धर्मनीति और लोकनीति की नई परिभाषा

गडकरी ने दरिद्र नारायण की सेवा को ही जीवन का मूल उद्देश्य बताया और राजनीति, धर्मनीति और लोकनीति की नई परिभाषा दी। दलितों, दरिद्र नारायण को भगवान मानकर सेवा करते रहें। पंडित दीन दयाल उपाध्याय का भी यही ध्येय था।

हमने काम किया, फोटो खिंचवाना बंद कर दिया

कोविड में हमने सिर्फ काम किया। प्रचार के लिए फोटो खिंचवाना बंद कर दिया। महाराष्ट्र में केवल 90 करोड़ का साहित्य बांट दिया। 500 वेंटिलेटर बांटे वो भी फ्री पर हमारी कहीं फोटो नहीं आई। हमें जाति, पंत और धर्म से के ऊपर उठकर काम करना है।

ऑक्सीजन प्लांट से क्या सहूलियत मिलेगी…

प्राभव्य इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड ने ये प्लांट करीब 16 करोड़ रुपए में लगाया है।
शिलान्यास के बाद 90 दिन में ऑक्सीजन उत्पादन शुरू होगा।
रोजाना 1100 से 1500 सिलेंडर प्रतिदिन ऑक्सीजन उत्पादन का लक्ष्य है।
350 घन मीटर प्रति घंटा तक ऑक्सीजन का उत्पादन होगा।
इस प्लांट से इलाहाबाद के बेली, कॉल्विन और डफरिन अस्पताल को आजीवन मुफ्त ऑक्सीजन दी जाएगी।

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