ई-वाणिज्य कंपनी अमेज़न की कनाडा वेबसाइट पर उपयोगकर्ताओं द्वारा कर्नाटक के झंडे के रंग और राज्य चिन्ह वाली ‘बिकनी’, बिक्री के लिए उपलब्ध होने का दावा करने के बाद राज्य के कन्नड़ और संस्कृति मंत्री अरविंद लिम्बावली ने कहा है कि सरकार कानूनी कार्रवाई करेगी।
इसे कन्नड़ लोगों के स्वाभिमान का मामला बताते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार ऐसी चीजों को बर्दाश्त नहीं करेगी और अमेज़न कनाडा से माफी मांगने को कहा। इससे कुछ समय पहले ही लोगों का गूगल के खिलाफ गुस्सा फूटा था, क्योंकि गूगल पर कन्नड़ को भारत की ‘”सबसे खराब भाषा”‘ बताया जा रहा था।
लिम्बावली ने कहा है, “हमने हाल ही में गूगल द्वारा कन्नड़ के अपमान का सामना किया है। जख्म भरने से पहले ही, हमने पाया कि अमेज़न कनाडा, कन्नड़ ध्वज के रंग और प्रतीक चिन्ह का महिलाओं के वस्त्रों पर इस्तेमाल कर रहा है।” उन्होंने शनिवार को ट्वीट किया, “बहुराष्ट्रीय कंपनियां कन्नड़ का बार-बार अपमान बंद करें। यह कन्नडिगों के स्वाभिमान का मामला है और हम ऐसी घटनाओं में वृद्धि को बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
मंत्री ने कहा, “ अमेज़न कनाडा को कन्नडिगों से माफी मांगनी चाहिए। अमेज़न कनाडा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” गूगल के मामले को लेकर भी मंत्री ने कानूनी कार्रवाई करने को कहा था लेकिन कंपनी द्वारा माफी मांगने के बाद उन्होंने ऐसा नहीं किया। इसे सरकार का अपमान बताते हुए जद (एस) नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने सरकार से अमेज़न के खिलाफ कार्रवाई की संभावनाओं पर गौर करने को कहा है।
साथ में यह भी कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकना जरूरी है। उन्होंने भी मांग कि अमेज़न कन्नडिगों से माफी मांगे। ‘बिकनी’ पर कर्नाटक के गैर आधिकारिक राज्य झंडे का पीला और लाल रंग है तथा राज्य का प्रतीक चिन्ह ‘गंडभेरुंड’ बना हुआ है। हालांकि हंगामे के बाद अमेज़न ने इसे कनाडा की अपनी वेबसाइट से हटा लिया है। अमेज़न की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।