नई दिल्ली |
भारतीय बैंकों का हजारों करोड़ रुपए लेकर देश से फरार पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का आरोपी हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत लाने की तैयारी शुरू हो गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) अब डोमिनिका सरकार से अनुरोध करेगी कि वह बुधवार को अदालत में एक हलफनामा दायर करने की अनुमति दे, जिसमें भगोड़े व्यवसायी को भारतीय नागरिक बताया गया हो।
एक अधिकारी ने कहा कि भारत सरकार के रुख की व्याख्या करना अनिवार्य है। यह एकतरफा नहीं हो सकता। चोकसी एक भारतीय नागरिक और अपराधी है। हम डोमिनिका कोर्ट से चोकसी को भारत को सौंपने की गुहार लगाएंगे।
कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मेहुल चोकसी की घेराबंदी के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी CBI, ED और विदेश मंत्रालय की टीम भी डोमिनिका में डेरा डाले हुए है। सूत्रों के मुताबिक भारत से 8 सदस्यीय टीम शनिवार दोपहर एक प्राइवेट जेट से डोमिनिका पहुंची है। टीम शुक्रवार को दिल्ली से रवाना हुई थी।
सूत्रों ने कहा कि दो जून को होने वाले चोकसी प्रत्यर्पण मामले में सुनवाई के लिए विदेश मंत्रालय, सीबीआई और ईडी के 2-2 सदस्य सीआरपीएफ के 2 कमांडो के साथ डोमिनिका में हैं।सूत्रों ने बताया कि मुंबई जोन से सीबीआई और ईडी के अधिकारियों को शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी बुलाया गया, जो बाद में डोमिनिका के लिए निजी जेट में सवार हुए। हालांकि, इस संदर्भ में डोमिनिका भेजे गए अधिकारियों की संख्या पर सीबीआई और ईडी के वरिष्ठ अधिकारी चुप्पी साधे रहे।
फिलहाल, चोकसी डोमिनिका पुलिस की कस्टडी में है और उससे पूछताछ की जा रही है। एंटीगुआ और बारबुडा से हाल में फरार हुए चोकसी को डोमिनिका में पकड़ लिया गया है।
मेहुल चोकसी डोमिनिका से क्यूबा भागने की फिराक में था, उसी दौरान उसे डोमिनिका से दबोच लिया गया। डोमिनिका की कोर्ट को 2 जून यानी बुधवार को चोकसी के मामले में सुनवाई होनी है। चोकसी ने जनवरी 2018 में भारत से भागने से पहले ही, 2017 में कैरिबियाई द्वीपीय देश एंटीगुआ एवं बारबुडा की नागरिकता हासिल कर ली थी।
चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी पर कुछ बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से PNB के साथ कथित तौर पर 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। नीरव मोदी अभी लंदन की एक जेल में बंद है। दोनों के खिलाफ सीबीआई जांच कर रहा है।