नई दिल्ली । कोरोना महामारी के दौरान देश में जहां अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ है, वहीं विदेशी निवेश के मामले में गुजरात देश में अव्वल रहा है। कोरोना काल में लगातार दूसरे साल गुजरात में देश के कुल निवेश का 78 फीसदी हिस्सा रहा है। कोरोना काल में कोविड के संक्रमण, लॉकडाउन और आंशिक लॉकडाउन के कारण गुजरात में देश के कुल निवेश का कुल 78 फीसदी हिस्सा आया। जब देश की अर्थव्यवस्था पर कोविड क्राइसिस का गहरा असर पड़ा है। ऐसे वक्त में भी गुजरात विदेशी निवेश आकर्षित करने में सफल रहा है। वर्ष 2020-21 में देश के कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश एफडीआई से 37 फीसदी एफडीआई प्राप्त करके गुजरात लगातार चौथे वर्ष देश में औद्योगिक प्रत्यक्ष निवेश की सूची में सबसे ऊपर है।
गुजरात के बाद महाराष्ट्र 27 फीसदी के साथ दूसरे और कर्नाटक 13 फीसदी के साथ तीसरे स्थान पर है। निवेश करने वाले देशों में सिंगापुर का 29 फीसदी, अमेरिका का 23 फीसदी और मॉरिशस का 9 फीसदी हिस्सा है, देश में अमेरिका का निवेश 227 फीसदी और यूके का 44 फीसदी बढ़ा है। पिछले साल की तुलना में कम्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर, रबर के सामान, खुदरा व्यापार, फार्मा, बिजली के उपकरणों में निवेश 100 फीसदी बढ़ा है।सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर सेक्टर 44 फीसदी निवेश के साथ शीर्ष पर रहा है। भारत को 2019-20 में 74.39 बिलियन यूएस डॉलर का 10 फीसदी ज्यादा एफडीआई निवेश प्राप्त हुआ, जो 2020-21 के दौरान 81.72 बिलियन अमेरिकी डॉलर का अब तक का सबसे अधिक एफडीनि निवेश है।
सोने की 40 सुरंगें, इतना गोल्ड कि मत पूछो… इनके हाथ लगा कुबेर का खजाना
सोने और अन्य कीमती धातुओं के प्रति इंसानों की दिलचस्पी सदियों से है. अब इस दौड़ में पड़ोसी देश चीन ने बड़ी छलांग लगाई है. दरअसल, चीन ने हाल ही…