जबलपुर।
लाल स्कूल कैंट सदर में तमाम हितग्राही कोरोना टीकाकरण के लिए भटकते रहे। वे टीका लगवाने पहुँच गए परंतु केंद्र से स्वास्थ्य विभाग का अमला नदारद रहा। बाद में कुछ कर्मचारी पहुंचे तो पता चला कि कम्प्यूटर आपरेटर गायब है। केंद्र में घंटों टीकाकरण कार्य प्रभावित रहा। विलंब से पहुंचे कर्मचारियों ने बताया कि टीकाकरण के लिए विभाग द्वारा एक दिन पहले ड्यूटी लगा दी जाती है। परंतु किसी भी कर्मचारी की लाल स्कूल में ड्यूटी नहीं लगाई गई। बाद में गोराबाजार टीकाकरण केंद्र की टीम को कैंट स्कूल पहुंचने की सूचना दी गई। टीका लगवाने पहुंचे प्रेम विश्वकर्मा व सुषमा विश्वकर्मा ने बताया कि 18 प्लस टीकाकरण के लिए बमुश्किल आनलाइन पंजीयन हो पाया। वे लाल स्कूल पहुंच गए थे, जहां टीकाकरण केंद्र बंद मिला और उन्हें वापस लौटना पड़ा। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बताया कि भले ही विलंब से टीकाकरण शुरू हो पाया परंतु उन्होंने हितग्राहियों को फोन पर केंद्र खुलने की सूचना दी। जिसके बाद 90 फीसद से ज्यादा हितग्राही टीका लगवाने पहुंचे।
लक्ष्य से कम हितग्राही पहुंचे: ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया जा सके इसके लिए 51 केंद्रों में टीके लगाए गए। 14 हजार 300 हितग्राहियों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसकी तुलना में 13 हजार 683 लोग टीका लगवाने पहुंच पाए। इनमें सर्वाधिक संख्या 18 से 44 वर्ष के बीच के युवाओं की रही। 45 वर्ष से ज्यादा आयु के 520 हितग्राहियों को टीका लगाया गया।
दूसरी डोज के लिए नहीं पहुंच रहे हितग्राही: जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एसएस दाहिया ने बताया कि 45 वर्ष से ज्यादा आयु के हितग्राही वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने में लापरवाही कर रहे हैं। हालांकि कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी डाेज में समय सीमा बढ़ाए जाने के कारण आगामी समय में लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था। 23 मई तक 5 लाख 43 हजार 217 हितग्राहियों को टीका लगाया जा चुका है।