रायपुर ।
छत्तीसगढ़ के 22 लाख किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किस्त के रूप में 1500 करोड़ का शुक्रवार को भुगतान किया गया। इसमें 21 लाख 52 हजार धान और 26 हजार से अधिक गन्ना उत्पादक किसान शामिल हैं। वर्चुअल आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बटन दबाते ही यह राशि आनलाइन सीधे किसानों के बैंक खातों में अंतरित (जमा) हो गई।
सीएम हाउस में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने गोधन न्याय योजना के तहत 72 हजार पशुपालकों और ग्रामीणों को गोबर खरीदी के एवज में सात करोड़ रुपये वितरित किया। वहीं, गोठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों को वर्मी कंपोस्ट की बिक्री के तीन करोड़ छह लाख रुपये का लाभांश भी आनलाइन अंतरित की गई। इस दौरान सीएम ने गोठानों में तैयार सुपर कम्पोस्ट खाद लांच किया।
साथ ही रायपुर स्थित राजीव गांधी चौक के सुंदरीकरण का आनलाइन लोकार्पण भी किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि कोरोना के निराशाभरे दिनों के बीच आज का दिन प्रदेश के तीन करोड़ लोगों के लिए आशा की बड़ी सौगात लेकर आया है। एक तरफ हम भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को याद करके भाव विभोर हैं।
दूसरी तरफ राजीव गांधी न्याय योजना की इनपुट सब्सिडी की राशि की पहली किस्त किसानों को दी जा रही है। कार्यक्रम में राज्य कैबिनेट के सभी सदस्य और आला अफसर सीएम हाउस में मौजूद थे। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया दिल्ली से, जिलों से विधायक और किसान वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
केंद्र सरकार पर साधा निशाना
कार्यक्रम के दौरान किसान के प्रति केंद्र के रुख को लेकर कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। बघेल ने कहा कि केंद्र की हठधर्मिता के कारण राज्य को आर्थिक क्षति उठानी पड़ी हैै। वहीं, कांग्रेस की अंतरित अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपने-अपने संदेशों में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के लिए राज्य सरकार की सराहना की और केंद्र सरकार को किसान विरोधी करार दिया।