पीएम मोदी भावनगर पहुंच कर यहां से ऊना, दीव, जाफराबाद और मूवा जैसे प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे
नई दिल्ली। गुजरात में चक्रवाती तूफान ताऊते ने महाराष्ट्र तथा गुजरात में भी भारी तबाही मचाई है। दोनों राज्यों में तूफान की वजह से पेड़ों व घर की दीवारों के नीचे दबकर 15 लोगों की जान चली गई। गुजरात में तूफान कम से कम 7 लोगों की जान चली गई जबकि तटीय इलाकों में बिजली के खंभे तथा पेड़ उखड़ गए तथा घरों व सड़कों को भी नुक्सान पहुंचा।
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बताया कि चक्रवाती तूफान से 16,000 से ज्यादा घरों को नुक्सान पहुंचा है जबकि 40 हजार से ज्यादा पेड़ और 1 हजार से ज्यादा बिजली के खंभे इसकी वजह से उखड़ गए। 159 सड़कों को नुक्सान पहुंचा जबकि विभिन्न कारणों से 196 मार्ग अवरुद्ध हुए जिनमें से 45 को फिर से खोल दिया गया। 2437 गांवों में बिजली ठप्प रही। रुपाणी ने कहा कि प्रदेश सरकार की मुख्य चिंता करीब 1400 अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के निर्बाध उपचार की है। तूफान गुजरात तट से अत्यंत तीव्र चक्रवाती तूफान के रूप में गुजरा था। इसकी रफ्तार 205 किलोमीटर से घटकर 105-115 किलोमीटर प्रतिघंटा हो गई। ताऊते के मुंबई तट के करीब से गुजरने की वजह से शहर में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड बारिश हुई और इस दौरान 3 लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए। पड़ोसी ठाणे और पालघर जिले में चक्रवात से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो गई। ऊंची लहरें उठने से चौपाटी, मरीन ड्राइव और गेटवे ऑफ इंडिया पर कई टन कचरा जमा हो गया। पालघर जिले में ताउते के कारण भारी बारिश और तेज हवाओं के चलते 337 मकान क्षतिग्रस्त हो गए। बांद्र्रा-कुर्ला कॉम्पलैक्स में स्थापित कोविड 19 केंद्र को कोई बड़ा नुक्सान नहीं पहुंचा है। यहां की कुछ लोहे की चादरें ही उड़ी हैं। 34 बिजली के खंभे उखड़ गए। 2 नावों को नुक्सान पहुंचा है। जिले में वसई तालुका में 2 लोगों की मौत हुई। वसई तालुका के कुल 57 परिवारों के लगभग 200 लोगों को बारिश और चक्रवात के दौरान वहां से निकाला गया। कुल 38 सब स्टेशनों में से 9 बारिश और चक्रवात के कारण प्रभावित हुए। बीएमसी को पिछले 24 घंटे में पेड़ गिरने संबंधी 2,364 शिकायतें, जल भराव संबंधी 56 शिकायतें और घर या दीवार गिरने की 43 शिकायतें और शॉर्ट सर्किट की 39 तथा 2 नौका दुर्घटनाओं की शिकायतें मिली हैं।