जबलपुर:नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में एसआईटी ने मामले में सरबजीत मोखा की पत्नी जसमीत और मैनेजर सोनिया खत्री को नोटिस देकर तलब किया और पूछताछ के बाद देर रात दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.
एसआईटी ने सरबजीत की खास राजदार सिटी अस्पताल की मैनेजर सोनिया खत्री और उसकी पत्नी जसमीत मोखा को नोटिस देकर शाम को तलब किया था. दोनों से पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं. सोनिया ने बताया कि 7 मई को आधारताल आशा नगर निवासी सपन जैन की गिरफ्तारी के बाद रात में उसने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन देवेश के माध्यम से ही सरबजीत मोखा के घर भिजवाए थे. जिसे मोखा दंपती द्वारा उसे नष्ट करने की बात भी सामने आ रही है.अहम सबूत और बयानों के आधार पर सोमवार को देर रात ओमती पुलिस ने मुख्य आरोपी सरबजीत सिंह मोखा की पत्नी जसमीत मोखा और अस्पताल की मैनेजर सोनिया खत्री को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों पर मामले में सहयोग न करने और साक्ष्य छुपाने का आरोप है. वहीं मोखा बड़े बेटे हरकरण मोखा की तलाश में पुलिस कई स्थानों पर दबिश दे रही है. हरकरण मोखा पर नकली आईडी देने का आरोप है, जो पूर्व में धारा लगी है, उसमे धारा 201 भी बढ़ी गई है.
पूछताछ में पता चला है कि मोखा ने 500 रेमडेसिविर इंजेक्शन मंगवाए थे. इसमें सपन जैन ने 465 इंजेक्शन मोखा को दिए और 35 इंजेक्शन स्वयं रख लिए थे. इसमें से कुछ इंजेक्शन के वायल आदि जब्त किए गए हैं. जबकि मोखा के बेटे हरकरण सिंह की मार्च से मई के बीच में कई बार इंदौर व सूरत में आरोपियों से बातचीत हुई है. इसके चलते एसआईटी इस मामले में हरकरण सिंह को भी आरोपी बना सकती है.एएसपी रोहित काशवानी के अनुसार 20 अप्रैल के बाद अब तक सिटी अस्पताल में 460 कोविड संक्रमितों का इलाज हुआ. इसमें से कई लोग ठीक हुए हैं. वहीं कुछ की मौत भी हुई है. ऐसे सभी मरीजों और उनके परिजनों से एसआईटी बयान दर्ज करने में जुटी है. कई परिजन खुद एसआईटी के समक्ष बयान दर्ज कराने पहुंच रहे हैं.
एसआईटी में शामिल ओमती सीएसपी कोरोना संक्रमित हो गए हैं. उनकी जगह सीएसपी गोहलपुर अखिलेश गौर को शामिल किया गया है. सीएसपी अखिलेश गौर के आने के बाद जांच की गति और तेज हुई है. कोरोना संक्रमित मोखा के भी ठीक होने के बाद एसआईटी उसे पीआर पर लेगी. वहीं गुजरात में गिरफ्तार सपन जैन को भी प्रोडक्शन वारंट पर एसआईटी लाएगी.