भोपाल के चिरायु हॉस्पिटल की दादागिरी, आयुष्मान कार्ड स्वीकारने से किया इनकार

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  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को खुला चैलेंज
  • नहीं स्वीकार किए जाएंगे आयुष्मान कार्ड
  • जहाँ शिकायत करनी हो कर दीजिये, मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा

भोपाल: कोरोना संक्रमण के उपचार की आड़ में मध्यप्रदेश सरकार ने राजधानी के चिरायु हॉस्पिटल के मालिक डॉक्टर अजय गोयनका को खुली लूट की छूट दे रखी है। यही वजह है कि डॉक्टर गोयनका के खिलाफ शासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती। एक के बाद एक कई मामले सामने आए लेकिन सरकार में बैठे जिम्मेदारों को चिरायु का नाम सुनते ही सांप सूंघ जाता है। ऐसा ही एक मामला और सामने आया है जिसमे योगेश बलवानी नामक व्यक्ति ने 19 अप्रैल को अपनी माँ को कोरोना का इलाज कराने के लिए चिरायु हॉस्पिटल में भर्ती किया था। मरीज के पास आयुष्मान भारत योजना का कार्ड भी है, इसके बाद भी हॉस्पिटल प्रबंधन ने उपचार के लिए 3 लाख रुपये जमा करवा लिए। उपचार के दौरान बीते शुक्रवार को जब मरीज के बेटे योगेश बलवानी ने हॉस्पिटल प्रबंधन से कहा कि उनके पास आयुष्मान भारत योजना का कार्ड है तो मैनेजर गौरव बजाज ने साफ इनकार कर दिया कि हमें ऊपर के आदेश हैं. आयुष्मान भारत योजना के तहत उपचार नहीं करेंगे,जो करना हो कर लो। इतना कहकर गौरव बजाज गार्ड से कहते हैं कि इस आदमी को बाहर कर दो। इतना ही नहीं इस बारे में जब योगेश ने डॉक्टर गोयनका से बात की तो उन्होंने भी धुत्कारते हुए कहा कि तुझे सीएम के पास शिकायत करना है कर दे, कलेक्टर के पास शिकायत करना है कर दे। हम आयुष्मान भारत योजना के तहत उपचार नहीं करेंगे( जैसा कि योगेश ने बातचीत में बताया) इस पूरे घटनाक्रम को देखकर तो यही लगता है जैसे सरकार ने डॉक्टर गोयनका को खुली लूट की छूट दे रखी है।

योगेश ने बताया कि शनिवार की शाम को उपचार के दौरान उनकी माँ की की मौत हो गई,इसके बाद भी हॉस्पिटल प्रबंधन 3 लाख रुपये और जमा कराने का दबाव बना रहा है। रुपये जमा नहीं कर पाने के कारण हॉस्पिटल ने मरीज के डिस्चार्ज पेपर और डेथ सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया है। वीडियो वायरल होने के बाद भी मरीज को अभी तक शासन से कोई राहत नहीं मिली है।
इस मामले में जब आयुष्मान भारत योजना की जिला समन्वयक प्रतिभा अहिरवार से बात की तो उन्होंने कहा कि इस बारे में मैं कुछ नहीं बोल सकती। आप सीईओ साहब विश्वनाथन से बात करिए वही आपको बता पाएंगे। इसके बाद जब एस विश्वनाथ से फोन पर सम्पर्क करना चाहा तो उन्होंने भी फोन कॉल का जवाब नहीं दिया।

चिरायु हॉस्पिटल की दादागिरी, आयुष्मान कार्ड स्वीकारने से किया इनकार,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को खुला चैलेंज


एक तरफ तो मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार कोरोना पीड़ितों के उपचार की व्यवथा कर रही है।वहीं दूसरी तरफ निजी चिकित्सालय अपनी मन मर्जी करके सरकार की मंशा पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं। बता दें कि पिछले हफ़्ते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब बीना दौरे पर गए थे।तब वहां के कोविड हॉस्पिटल की व्यवस्था दिखाने के लिए डॉक्टर गोयनका को भी अपने साथ ले गए थे। शायद यही वजह है कि डॉक्टर अजय गोयनका आज सरकार के सिर पर चढ़कर नाच कर रहे हैं और सरकार डॉक्टर गोयनका के सामने बेबस और लाचार दिखाई दे रही है।

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