जिला क्राइसिस मीटिंग में ब्लैक फंगस से बचने के लिए सुझाव दिए।
भिण्ड,: कोरोना महामारी के रोकथाम के लिए आज जिला कलेक्ट्रेट सभागार में क्राइसिस मीटिंग हुई जिसमें वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ रमेश दुबे ने कहा कि ब्लैक फंगस बीमारी से बचाव एवं कोरोना मरीजों के सफल इलाज के लिए ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर एवं ऑक्सीजन सिलेण्डरों से मरीजो को ऑक्सीजन देते समय केवल डिस्टिल वाटर या सामान्य सेलाइन का प्रयोग किया जाना चाहिए। डॉ रमेश दुबे ने कहा कि पूरे देश भर में ब्लैक फंगस रोग का मुख्य कारण खराब पानी का ऑक्सीजन के लिए उपयोग ही बताया जा रहा है।उन्होने कहा कि भिंड जिले में भी इस बात की पूरी सावधानी रखी जाकर ऑक्सीजन के लिए निर्धारित डिस्टिल वाटर या नॉर्मल सेलाइन का ही प्रयोग किया जाए जिससे किसी भी प्रकार के फंगल इंफेक्शन का खतरा कोरोना मरीजो को नही होगा।
जिला क्राइसिस मीटिंग में प्रदेश के सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री अरविंद भदौरिया, जिले के कोविड प्रभारी मंत्री ओपीएस भदौरिया(नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री), जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक ,सीएमएचओ डॉ अजीत मिश्रा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण वर्चुअली मीटिंग से जुड़े एवं अपने सुझाव दिए।
मीटिंग के दौरान वर्चुअली जुड़े वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ रमेश दुबे ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोरोना के जो मरीज रिकवर्ड होकर घर पहुँच गए हैं उन सभी मरीजो का 7 दिन तक फॉलोअप स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जाना अति आवश्यक है।।उन्होंने कहा कि इससे मरीज को अगर कोई साइड इफेक्ट हो रहा है तो उसका इलाज होने में आसानी होगी औऱ वो भटकेगा नही।।डॉ दुबे ने वर्तमान परिदृश्य पर सभी का ध्यान खींचते हुए कहा कि देश का वर्तमान माहौल कोरोना वायरस की आक्रामकता की वजह से काफी भयावह हो गया है ऐसे में सभी को कोरोना की तीसरी लहर को लेकर बेहद सचेत एवं सतर्क रहने जरूरत है।
डॉ दुबे ने कहा कि जिले में वेक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है जिसमें सभी लोगों को सीधे सीधे वेक्सीनेट किया जा रहा है जिसकी वजह से लाभार्थी की वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति संज्ञान में नहीं आ पाती और वेक्सिनेशन के बाद इसके साइड इफेक्ट देखने मे आते हैं इसलिए वेक्सिनेशन से पहले सभी प्रकार की आवश्यक जांचें की जाएं उसके बाद ही वैक्सीन लगाई जाए।
डॉ दुबे ने आगे सुझाव देते हुए कहा कि कोरोना वायरस की वजह से अन्य आवश्यक गतिविधियों जैसे शहर,कस्बों, गांवों आदि की गली मोहल्लों एवं बस्तियों में गंदगी के ढेर लग गए हैं उन्हें साफ किया जाए और हर मानव बस्ती को सेनेटराइज किया जाए।